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'मुख्यमंत्री 5 IAS अफसरों के बराबर अकेले करते हैं काम' , जाना-माना नाम खान सर की मुलाकात चर्चा में

jantaserishta.com
26 Oct 2024 5:26 AM GMT
मुख्यमंत्री 5 IAS अफसरों के बराबर अकेले करते हैं काम , जाना-माना नाम खान सर की मुलाकात चर्चा में
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कहा- बेरोजगार बच्चों की समस्याओं को लेकर वो समय लेकर मिलने गए थे.
नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उम्र और उसके असर को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं की आलोचना के बीच चर्चित कोचिंग शिक्षक खान सर ने कहा है कि नीतीश कुमार आज भी पांच-पांच आईएएस अफसर के बराबर काम अकेले करते हैं। खान सर ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार की टेबल पर कोई फाइल पेंडिंग नहीं मिलता है। खान सर नौकरी-बहाली परीक्षा की तैयारी करने वाले कैंडिडेट्स की समस्याओं को लेकर बुधवार को सीएम से मिले थे। खान सर ने कहा कि नीतीश की टेबल पर कोई फाइल नहीं मिलता। 73 साल के नीतीश की उम्र, उस वजह से थकान और शासन-प्रशासन पर असर को लेकर तेजस्वी यादव समेत विपक्ष के कई नेता बयान देते रहते हैं।
खान सर ने कहा कि राजनीति में पढ़े-लिखे लोगों को आना चाहिए लेकिन उनके पास अभी फुर्सत नहीं है। उन्होंने कहा कि वो राजनीति करेंगे तो बच्चों को पढ़ाएगा कौन। नीतीश कुमार की उम्र के उनके कामकाज पर असर को लेकर सवाल पर खान सर ने कहा कि वो टीचर हैं, उनका काम है परख लेना। उन्होंने कहा कि उनको नीतीश कुमार में कहीं से कोई दिक्कत नहीं लगी। खान सर ने ये भी कहा कि उम्र हो गई है तो बाल सफेद की जगह काला तो नहीं हो जाएगा।
नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में शामिल होने और चुनाव लड़ने की अटकलों को खारिज करते हुए खान सर ने कहा कि वो राजनीति करेंगे तो पढ़ाएगा कौन। खान सर ने पत्रकार से ही सवाल पूछ लिया कि अगर वो किसी दिन सचिन तेंदुलकर से मिल लें तो उनसे ये नहीं पूछा जाएगा कि क्या वो क्रिकेट खेलने जा रहे हैं। अगर वो किसी दिन किसी फिल्म स्टार से मिल लें तो ये नहीं पूछा जाएगा कि क्या वो फिल्म करने जा रहे हैं। लेकिन राजनेता से मिलते ही ये पूछ लेते हैं कि ज्वाइन करेंगे क्या।
खान सर ने कहा कि नीतीश कुमार राज्य के मुखिया हैं और किसी को कोई जरूरत होगी तो वहीं जाना होगा। उन्होंने कहा कि बेरोजगार बच्चों की समस्याओं को लेकर वो नीतीश से समय लेकर मिलने गए थे। उन्होंने कहा कि बच्चे धरना दें, पुलिस की लाठी खाएं तो वो अच्छा नहीं होगा। बच्चों की बात को एक जगह करके उन्होंने सरकार को सौंप दिया है।
उन्होंंने कहा कि स्टूडेंट्स की कुछ समस्याएं थीं जिसे वो सरकार के पास पहुंचाने गए थे। खान सर ने कहा कि बीपीएससी पहली बार नॉर्मलाइजेशनकर रहा है इसलिए इसमें बेहतर पारदर्शिता हो, ये आग्रह करने वो मुख्यमंत्री आवास गए थे। उन्होंने बताया कि मीटिंग में विभाग के अधिकारी भी थे जो इस बार एकदम तत्पर हैं कि कुछ भी हो जाए, पेपर लीक नहीं होने देंगे। खान सर ने कहा किनॉर्मलाइजेशनउतना खतरनाक नहीं है, जितना पेपर लीक है। उन्होंने कैंडिडेट्स से कहा कि इस बार पेपर अलग-अलग आएंगे इसलिए थोड़ा नॉर्मलाइजेशन होगा। बच्चों को सतर्कता से पढ़ने की जरूरत है.
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