कमजोर याददाश्त वाले बुजुर्गों के लिए चेन्नई पुलिस ने खोजा नया तरीका
चेन्नई। तमिलनाडु में ग्रेटर चेन्नई पुलिस जल्द ही कमजोर याददाश्त वाले बुजुर्ग लोगों को ऐसी बैंगल मुहैया कराएगी, जिन पर उनके करीबी रिश्तेदार का टेलीफोन नंबर लिखा होगा। यह विचार चेन्नई के अरुम्बक्कम पुलिस स्टेशन के एक प्रोबेशनरी सब इंस्पेक्टर द्वारा दिया गया। बैंगल पर किसी करीबी रिश्तेदार का टेलीफोन नंबर लिखा होगा ताकि भटकने वाले बुजुर्ग से मिलने वाला कोई व्यक्ति उस टेलीफोन नंबर पर कॉल कर सूचना दे दें।
एक 80 वर्षीय महिला, राजम उर्फ राजेश्वरी अरुम्बक्कम में अपने घर से लापता पाई गई और परिजनों ने शनिवार को पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कई व्हाट्सऐप ग्रुपों में उसकी तस्वीर साझा की और सीसीटीवी कैमरे को भी खंगाला और आखिरकार उन्हें वाशरमेनपेट में ढूंढ निकाला गया। ग्रेटर चेन्नई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अरुंबक्कम पुलिस स्टेशन इस पर एक पायलट प्रोजेक्ट करेगा और सफल होने पर इसे पूरे निगम सीमा तक बढ़ाया जाएगा। अरुम्बक्कम पुलिस ने अब पुलिस थाने की सीमा के तहत रहने वाले बुजुर्गों की एक सूची तैयार कर ली है और इनमें से कमजोर याददाश्तवालों को ऐसी बैंगल प्रदान की जाएंगी, जिन पर किसी करीबी रिश्तेदार का फोन नंबर लिखा होगा।
पुलिस ने कहा कि वे आमतौर पर बुजुर्गों को बैंगल मुहैया कराते हैं, लेकिन मुख्य फोकस उन लोगों पर होता है, जिनकी याददाश्त चली जाती है और जो जगह या स्थिति से वाकिफ नहीं होते। अरुम्बक्कम पुलिस स्टेशन इन सभी लोगों का रिकॉर्ड भी रखेगा। इससे पुलिस को उन सभी लोगों का उचित रिकॉर्ड रखने में भी मदद मिलेगी, जिन्हें पुलिस से मदद की आवश्यकता है।