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शादी का झांसा देकर ठगी की वारदात, 25 करोड़ ठगने वाले दो विदेशी गिरफ्तार
jantaserishta.com
13 Oct 2021 5:55 PM GMT
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बड़ी खबर
राजधानी दिल्ली के शाहदरा जिले की साइबर सेल टीम ने दो नाइजीरियाई नागरिकों समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए नाइजीरियाई नागरिक लॉरेंस चीक नायलुओ और आयोटुंडे ओकुनाडे मैट्रिमोनियल साइट पर फर्जी प्रोफाइल के जरिए शादी का झांसा देकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे।
देश के अलग-अलग राज्यों में 100 से अधिक अविवाहित और विधवा महिलाओं से करीब 25 करोड़ रुपये की ठगी की थी। दिल्ली के छतरपुर में रहने वाला आरोपी दीपक दीक्षित 10 फीसदी कमीशन पर इनके रुपये स्वाइप मशीन से ट्रांसफर करने में मदद करता था। पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है। शाहदरा के डीसीपी आर सत्य सुंदरम ने बताया कि जगतपुरी की रहने वाली एक युवती ने 15 लाख रुपये ठगी की शिकायत दी थी।
उसने बताया था कि शादी के लिए एक मैट्रीमोनियल साइट पर रजिस्ट्रेशन कर रखा है। कुछ समय पहले साइट पर एक युवक से संपर्क हुआ। उसने खुद को यूनाइटेड किंगडम का नागरिक और पेशे से डॉक्टर बताया। दोनों ने व्हाट्सएप पर बातचीत शुरू की। उसने शादी का झांस दिया। इसके बाद एयरपोर्ट पर फंसे होने का झांसा देकर युवती से 15 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। पीड़िता ने रुपये भेजने के लिए लोन लिए और गहने भी गिरवी रख दिए थे। जगतपुरी थाने में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई। एसीपी ऑपरेशन मनोज पंत, इंस्पेक्टर विकास कुमार की देखरेख में साइबर सेल के एसआई राहुल, हेड कांसटेबल दीपक, कांस्टेबल विकास, कांस्टेबल राजदीप व महिला कांस्टेबल दीपशिखा की टीम का गठन किया गया।
कई राज्यों में 35 बैंक खाते मिले
पुलिस की टीम ने जांच शुरू की तो पता चला कि आरोपियों ने करीब 35 बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर किए हैं। ये बैंक खाते पश्चिम बंगाल के कोलकत्ता, दक्षिण परगना और भुवनेश्वर, नागालैंड व कर्नाटक में हैं। सभी बैंक खाते भारतीय नागरिकों के नाम पर खोले गए थे। पुलिस मोबाइल नंबर और ट्रांसफर किए गए बैंक खातों की मदद से आरोपियों तक पहुंच गई। पुलिस ने दिल्ली के वसंत विहार में रहने वाले 30 वर्षीय लॉरेंस चीक नायलुओ और 34 वर्षीय आयोटुंडे ओकुनाडे को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद 10 फीसदी कमीशन पर इनके रुपये ट्रांसफर करने वाले आरोपी 29 वर्षीय दीपक दीक्षित को छतरपुर से गिरफ्तार किया। दीपक स्वाइप मशीन बेचने की दुकान चलाता है। पुलिस ने आरोपियों से छह डेबिट कार्ड, पांच स्वाइप मशीन, तीन मोबाइल फोन और एक लैपटॉप बरामद किए हैं।
डॉक्टर, इंजीनियर, व्यापारी का प्रोफाइल बनाते
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मैट्रीमोनियल साइट पर वह यूनाइटेड किंगडम समेत अन्य देशों के नागरिकों के फोटो से प्रोफाइल बनाते थे। खुद को डॉक्टर, इंजीनियर व व्यापारी बताते थे। सीरिया व अफगानिस्तान में कार्यरत होने की बात करते थे। इसके बाद भारत में रहने वाली अविवाहित और विधवा महिलाओं से संपर्क करते थे। इसके बाद उन्हें शादी का झांसा देते थे। इसके बाद गिफ्ट भेजकर एयरपोर्ट पर पकड़े जाने के बहाने ठगी करते थे। इसके अलावा खुद को मुसीबत में बताकर मदद मांगते थे। इन रुपये को भारतीय खातों में ट्रांसफर कराते थे। फिर स्वाइप मशीन से नाइजीरिया में अपने परिजनों के पास भेज देते थे।
इंटरनेट कॉल से बात करते थे
आरोपी भारत में होने के बावजूद भारतीय मोबाइल नंबरो का प्रयोग नहीं करते थे। वह खुद को विदेशी होने का विश्वास दिलाने के लिए इंटरनेट कॉल करते थे। ताकि पीड़ियों को लगे कि वह विदेश से फोन कर रहा है। झांसे में आने के बाद वह तब तक ठगी करते थे, जब तक की पीड़ितों के सारे रुपये खत्म नहीं हो जाते थे।
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