रांची: अन्जनेया इंटरप्राइजेज के मालिक से ट्रांसफार्मर का टेंडर दिलाने के नाम पर 1.42 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गई है। धोखाधड़ी का आरोप गुजरात की कंपनी एलाटांटा इलेक्ट्रॉनिक प्राइवेट लिमिटेट के डायरेक्टर निरल के पटेल, बिजनेस हेड एके माथुर, सीनियर मैनेजर राजेश कुंटे और डीजीएम गौरव दलवाड़ी पर लगा है। इस संबंध में पतित पावन बनर्जी ने निरल, एके माथुर, राजेश गौरव के खिलाफ डोरंडा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है।
दर्ज प्राथमिकी में आरोप है कि एलटांटा कंपनी ने अन्जनेया इंटरप्राइजेज के साथ जेयूएसएनएल से टेंडर राशि का कुल 4.5 प्रतिशत देने का एग्रीमेंट किया। मगर, कंपनी ने ट्रांसफार्मर लगवाने के बाद अन्जनेया कंपनी को राशि ही नहीं दी है। दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
पतित पावन बनर्जी ने आवेदन में कहा है कि झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड ने ट्रांसफार्मर लगाने का टेंडर निकाला था। अन्जनेया कंपनी टेंडर दिलाने का काम किया करती थी। 22 मार्च 2021 जेयूएसएनएल ने टेंडर निकाला। एलटांटा कंपनी ने उनसे संपर्क किया, कहा कि वह उनकी तरफ से टेंडर प्रक्रिया करे और मिलने पर उन्हें टेंडर की राशि का साढ़े चार प्रतिशत (1.45 करोड़ रुपए) दिया जाएगा। दोनों के बीच एकरारनामा भी हुआ। इसके बाद उनकी कंपनी ने एलटांटा कंपनी को छह टेंडर का वर्क ऑडर दिलावा दिया। काम की शुरुआत में आरोपियों ने उनकी कंपनी को 3.80 लाख रुपए का भुगतान किया। आरोपी कंपनी ने टेंडर लेने के बाद खराब ट्रांसफॉर्मर सप्लाई कर दी। इसकी शिकायत के बाद 22 महीने उसे आरोपी कंपनी ने ठीक कराया। बकाया राशि 1.42 करोड़ मांगने पर आरोपियों ने पहले तो टाल-मटोल किया। फिर देने से इंकार कर दिया। इसके बाद वे लोग सीधे थाना पहुंचकर मामला दर्ज कराया।
हटिया हेसाग निवासी रामप्रवेश चौधरी को ऑनलाइन सामान का पैसा वापस करने का झांसा देकर साइबर अपराधियों ने उनके खाते से 53 हजार रुपए की अवैध निकासी कर ली। रामप्रवेश ने जगन्नाथपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है। रामप्रवेश ने पुलिस को बताया कि वह ऑनलाइन कंपनी से एक सामान मंगवाया था। लेकिन, सामान निर्धारित तिथि तक नहीं पहुंचा। उन्होंने कस्टमर केयर में फोन कर शिकायत की। इसके बाद उनके मोबाइल पर एक व्यक्ति ने फोन किया और पैसा वापस करने के लिए उनका बैंक डिटेल लिया। कुछ देर बाद उनके खाते से दो बार में 53 हजार रुपए की अवैध निकासी हो गयी। इसके बाद जगन्नाथपुर थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया। दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।