भारत

प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर ठगी, बीजेपी बिधायक सिंघम बन आरोपी को पकड़ा

jantaserishta.com
9 Aug 2021 4:28 PM GMT
प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर ठगी, बीजेपी बिधायक सिंघम बन आरोपी को पकड़ा
x
पढ़े पूरी खबर

जबलपुर. जिस ठग को पुलिस नहीं पकड़ पायी इसे भाजपा विधायक ने पकड़ लिया. ये ठग प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर 400 गांव वालों को ठग चुका था. विधायक का कहना है कि बार-बार शिकायत के बाद भी पुलिस इस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही थी.

प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर लगभग 400 ग्रामीणों को ठगने वाले जिस ठगबाज को पुलिस नहीं पकड़ सकी उसे भाजपा के एक विधायक ने धर पकड़ा.
पनागर विधायक ने पकड़ा
यह दिलचस्प मामला जबलपुर से सामने आया है. पनागर से आने वाले भाजपा विधायक इंदु तिवारी ने इस शातिर जाल साज़ को धर दबोचा. इस शातिर ठगबाज़ के पास शायद मैट्रिक की डिग्री तक नहीं है. लेकिन कॉपी पेस्ट कर उसने आरआई का फर्जी आइडेंटी कार्ड अपने पास रखा है. इस आईडेंटिटी कार्ड की बदौलत नकली आर आई बनकर इस शख्स ने करीब 300 से 400 लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर लूट लिया है.
एक माह से धरपकड़ की कोशिश
बीते करीब साढ़े 3 साल से राज कुमार दुबे नाम का यह नकली आर आई ना ग्रामीणों को अपनी ठगी का शिकार बना चुका है. इसकी कारस्तानी की शिकायत पुलिस तक भी पहुंची लेकिन ना जाने किसके संरक्षण में यह बचता रहा. बीते 1 माह से भाजपा विधायक इंदु तिवारी इस फर्जी ठगबाज़ को धरपकड़ करने की कोशिश में जुटे थे और आज जाकर इन्हें सफलता हाथ लगी. इस ठगबाज़ के पास से विधायक और उनके समर्थकों ने फर्जी आईडेंटिटी कार्ड, आधार कार्ड, सैकड़ों बही और अन्य जरूरी दस्तावेज बरामद किये हैं. इसमें राजस्व अधिकारियों से लेकर कलेक्टर तक के फर्जी दस्तखत हैं.
खुद को मासूम बताया
इस शातिर ठगबाज़ से जब उसकी करतूतों के बारे में पूछा गया तो उसने बड़ी ही मासूमियत से खुद को पुरोहित बताया जो पूजन पाठ कर अपने बाल बच्चों का ख्याल रखता है. पकड़े जाने के बाद यह खुद को बेकसूर बता रहा है. वहीं गिरीश गोटिया नाम के पार्षद पर इस घपले का मास्टरमाइंड होने का दावा भी कर रहा है.
पुलिस से की थी शिकायत
लगभग 1 माह से एक आरोपी की धरपकड़ की कोशिश में लगे विधायक इंदु तिवारी का कहना है इसके पहले भी आधारताल थाने में उन्होंने थाना प्रभारी से इसकी शिकायत की थी. लेकिन फिर भी उसके विरुद्ध एफआईआर नहीं की गई. यह जांच का विषय है कि क्या पुलिस का संरक्षण भी आरोपी को मिला था. हाल फिलहाल उन्होंने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी है और उम्मीद है कि इस बार पुलिस इस जालसाज पर कठोर कार्रवाई करेगी. मुताबिक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर फर्जी आर आई हर किसी से 20000 की डिमांड किया करता था.
विधायक बने सिंघम
एक फर्जी ठगबाज को पकड़ने के लिए विधायक महोदय को सिंघम का अवतार लेना पड़ा. इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल पुलिस पर भी उठ रहा है जिसने आरोपी की जानकारी मिलने के बाद भी उसे पकड़ा नहीं.
Next Story