इयरबड्स से PSC परीक्षा में नकल, एसआईटी जांच में हुआ बड़ा खुलासा
तेलंगाना। तेलंगाना में ऐसा पहला मामला सामने आया है जब एक शख्स ने परीक्षा में नकल के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नॉलजी ChatGPT का इस्तेमाल किया। तेलंगाना स्टेट पब्लिक सर्विस कमिशन के प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच में यह पता चला है। यह परीक्षा असिस्टेंट एग्जिक्यूटिव इंजीनियर और डिविजनल अकाउंट ऑफिसर के पदों के लिए करवाई गई थी।
आरोपी ने बाहर बैठकर इयरबड्स के जरिए परीक्षार्थियों को जवाब बता दिए। एसआईटी को यह बात तब पता चली जब 35 साल के पूला रमेश को गिरफ्तार किया गया। वह तेलंगाना स्टेट नॉर्दर्न पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड में डिविजनल इंजीनियर था। इसके बाद पूरी कहानी सामने आई कि किस तरह से उसने चैटजीपीटी से सवालों के जवाब निकाले और भी अभ्यर्थियों को बताए।
बता दें कि लैंग्वेज मॉडल टूल चैटजीपीटी का आजकल बिजनेस, एजुकेशन, कस्टमर सपोर्ट और अन्य कामों में इस्तेमाल किया जाने लगा है। यहां तक की दुनियाभर में कई देश अब नीति निर्माण को लेकर भी इसका इस्तेमाल करने का मन बना रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि आखिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कितनी उपयोगी है और यह कितनी खतरनाक साबित हो सकती है। इसके कई नकारात्मक पहलू सामने आने लगे हैं। हाल ही में एक कोर्ट में एक सुनवाई के दौरान वकील ने चैटजीपीटी का सहारा लिया था लेकिन बाद में पता चला कि चैटजीपीटी ने जो भी संदर्भ दिए थे सारे झूठे थे। इसपर वकील की बहुत फजीहत हुई। जब विपक्ष ने वकील के उद्धरणों की जांच की तो पता चला कि केस जिताने के लिए कुछ भी बिना तथ्यों के बता दिया गया था। इसके बाद वकील ने माना की वह जैटजीपीटी द्वारा दी जाने वाली झूठी जानकारियों से अनजान थे।