यूपी। बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद की गुरुवार को लखनऊ कोर्ट में पेशी हुई. इस हत्याकांड में अतीक के खिलाफ सीबीआई स्पेशल एंटी करप्शन कोर्ट ने आरोप तय कर दिए हैं. अब इस मामले में अगली सुनवाई 3 नवंबर को होगी. इससे पहले जब कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूर्व सांसद अतीक अहमद कोर्ट ले जाया जा रहा था, तब उसने मीडिया से सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ की. उसने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहादुर और ईमानदार हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अतीक अहमद पर आरोप तय किए गए हैं. अतीक अहमद गुजरात के साबरमती जेल में बंद है. कोर्ट में पेशी के लिए उसे बीती रात को ही साबरमती जेल से लखनऊ जेल में शिफ्ट किया गया था.
25 जनवरी 2005 को इलाहाबाद शहर पश्चिमी से बसपा विधायक राजू पाल की हत्या कर दी गई थी. पांच हथियारबंद बदमाशों ने राजू पाल के काफिले पर अंधाधुंध फायरिंग की थी. राजू पाल और अतीक अहमद में अदावत चल रही थी. इसके पीछे की वजह थी कि जब अतीक अहमद सांसद बना तो शहर पश्चिम की सीट खाली हो गई. उपचुनाव हुआ तो अतीक अहमद के भाई अशरफ को राजू पाल ने चुनाव हरा दिया थाय बस यहीं से झगड़े की नींव पड़ी, हालांकि राजू पाल दो बार पहले भी जानलेवा हमला हो चुका था, लेकिन 25 जनवरी 2005 को राजू पाल की हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड में अतीक अहमद मुख्य आरोपी है.
2017 में जैसे ही योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे, वैसे ही अतीक अहमद के बुरे दिन शुरू हो गए. एक के बाद एक ताबड़तोड़ केस दर्ज होने लगे और संपत्तियां कुर्क की जाने लगी. अतीक अहमद और उसके गुर्गों की अब तक 986 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है. अतीक अहमद के खिलाफ 98 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.
बाहुबली अतीक अहमद इन दिनों गुजरात के अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद है, लेकिन उसके खिलाफ योगी सरकार का एक्शन जारी है. हर हफ्ते अतीक अहमद की करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त की जा रही है. जानकारों की माने तो अतीक अहमद को जो थोड़ा-बहुत साम्राज्य बचा है, उसे बचाने के लिए वह सीएम योगी की तारीफ कर रहा है.