चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में संभाला कार्यभार
पंजाब। चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। वही पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने उन्हें बधाई दी। आपको बता दें कि पंजाब (Punjab) में लंबे वक्त से जारी सियासी उठापटक के बीच सोमवार को चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री बने हैं. शनिवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस (Congress) पार्टी ने चौंकाने वाला फैसला लेते हुए चन्नी के नाम पर मुहर लगाई.
सोमवार को चंडीगढ़ स्थित राजभवन में चरणजीत सिंह चन्नी के अलावा सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी ने भी मंत्री पद के तौर पर शपथ ली. दोनों को पंजाब सरकार में उप-मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. शपथ ग्रहण के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ समेत अन्य बड़े नेता मौजूद रहे.
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बड़ा दांव चला और एक दलित मुख्यमंत्री बनाया. ये पंजाब के इतिहास में पहली बार हुआ है. इसी के साथ अकाली दल द्वारा जो दलित डिप्टी सीएम का वादा किया गया था, उसका जवाब दिया गया तो वहीं आम आदमी पार्टी द्वारा दी गई चुनौती का भी जवाब दे दिया गया. सोमवार को हुआ शपथ ग्रहण समारोह भी विवादों भरा रहा. शपथ से पहले पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने बयान दिया कि पार्टी साल 2022 का विधानसभा चुनाव नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब कैबिनेट की अगुवाई में लड़ेगी. इसके बाद सुनील जाखड़ ने इस बयान पर आपत्ति जताई और कहा कि इससे मुख्यमंत्री की छवि कमजोर प्रकट होती है.
ऐसे में कांग्रेस ने भले ही पंजाब में अपना चेहरा बदल लिया हो, लेकिन उसकी मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी शपथ ग्रहण के दौरान मौजूद नहीं रहे, ऐसे में उनके आगे के कदम पर हर किसी की नज़र टिकी है.