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50 साल पुरानी परंपरा में बदलाव: अमर जवान ज्योति का राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जल रही ज्योति में होगा विलय, आरोपों के बाद सरकार ने दी ये सफाई

jantaserishta.com
21 Jan 2022 6:07 AM GMT
50 साल पुरानी परंपरा में बदलाव: अमर जवान ज्योति का राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जल रही ज्योति में होगा विलय, आरोपों के बाद सरकार ने दी ये सफाई
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Amar Jawan Jyoti Row: अमर जवान ज्योति की लौ को लेकर हुए विवाद पर अब केंद्र सरकार ने सफाई दी है. सरकार के सूत्रों का कहना है कि तरह-तरह की भ्रांतियां फैल रही हैं, इनको दूर करना जरूरी है. अब सरकार ने इस पर तथ्यों को सामने रखा है. सरकार ने कहा है कि अमर जवान ज्योति की लौ बुझ नहीं रही है. इसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में जलने वाली ज्योति में विलीन किया जा रहा है. अब ये ज्वाला राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में प्रज्वलित रहेगी.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर दिल्ली में इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति को लेकर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ''बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा. कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं…हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएंगे.''
सरकार के सूत्रों का कहना है, विडम्बना यह है कि जिन लोगों ने 7 दशकों तक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक नहीं बनाया, वे अब हमारे शहीदों को स्थायी और उचित श्रद्धांजलि देने पर हंगामा कर रहे हैं.
गौरतलब है कि अमर जवान ज्योति की लौ ने 1971 और अन्य युद्धों के शहीदों को श्रद्धांजलि दी, लेकिन उनका कोई नाम-पता वहां मौजूद नहीं है. इंडिया गेट पर अंकित नाम केवल कुछ शहीदों के हैं, जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध और एंग्लो-अफगान युद्ध में अंग्रेजों के लिए लड़ाई लड़ी थी और इस प्रकार यह हमारे औपनिवेशिक अतीत का प्रतीक है.
1971, उसके पहले और बाद के युद्धों सहित बाकी जंगों के सभी भारतीय शहीदों के नाम राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में रखे गए हैं इसलिए वहां शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करना एक सच्ची श्रद्धांजलि है.

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