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Chandrayaan-3: चंद्रयान की लाइव लैंडिंग देखेंगे IIT, IIM और देश के सभी विश्वविद्यालयों के छात्र

jantaserishta.com
23 Aug 2023 5:49 AM GMT
Chandrayaan-3: चंद्रयान की लाइव लैंडिंग देखेंगे IIT, IIM और देश के सभी विश्वविद्यालयों के छात्र
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निर्देश जारी किए हैं।
नई दिल्ली,: देशभर के सभी उच्च शिक्षण संस्थान चंद्रयान 3 की लैंडिंग की लाइव स्ट्रीमिंग आयोजित करेंगे। देशभर के सभी आईआईटी और आईआईएम जैसे इंस्टिट्यूशन के छात्र भी चंद्रयान की लाइव लैंडिंग देख सकेंगे।
इसके अलावा सभी केंद्रीय व अन्य विश्वविद्यालयों में भी छात्रों को चंद्रयान की लाइव लैंडिंग दिखाने की व्यवस्था की गई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का कहना है कि दुनिया की निगाहें इसपर टिकी हुई हैं। भारत के चंद्रमा मिशन की अंतिम सीमा के विस्मय और उत्साह को जीना और अनुभव करना एक गौरवपूर्ण क्षण है। चंद्रयान-3 की उल्लेखनीय यात्रा पहले ही गौरव का स्थान अर्जित कर चुकी है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, चंद्रयान-3 बुधवार 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतर रहा है। वैज्ञानिकों के मुताबिक लगभग शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने के लिए पूरी तरह तैयार है। ऐसे में देश भर के उच्च शिक्षा संस्थानों से अनुरोध किया गया है कि वे शाम 5 बजकर 30 मिनट से 6 बजकर 30 बजे तक अपने संस्थानों में लाइव प्रसारण की विशेष सभाएं आयोजित करें ताकि देश भर के छात्र महत्वपूर्ण अवसर का गवाह बन सकें। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने चंद्रयान की लाइव लैंडिंग दिखाने के लिए आईआईटी और आईआईएम समेत देशभर के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों से विशेष सभाएं आयोजित करने को कहा है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के सचिव ने इस संबंध में शिक्षा संस्थानों से कहा है कि भारत के चंद्रयान-3 की लैंडिंग एक यादगार अवसर है जो न केवल जिज्ञासा को बढ़ावा देगा बल्कि हमारे युवाओं के मन में नवाचार की भावना भी जगाएगा। शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि यह पल सभी भारतीयों एवं छात्रों में गर्व और एकता की गहरी भावना पैदा करेगा क्योंकि हम सामूहिक रूप से भारतीय कौशल का जश्न मनाएंगे।
इस संबंध में शिक्षा मंत्रालय व यूजीसी ने देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों को एक पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि चंद्रयान 3 की लाइव लैंडिंग का प्रसारण वैज्ञानिक जांच और नवाचार के माहौल को बढ़ावा देने में योगदान देगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ही तरह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने भी सभी विश्वविद्यालयों के लिए ऐसे ही निर्देश जारी किए हैं।
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