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चंद्रयान-3: लैंडर विक्रम ने भेजा चांद का नया वीडियो, कल शाम 6 बजकर 4 मिनट पर लैंडिंग
jantaserishta.com
22 Aug 2023 11:35 AM GMT
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देखें वीडियो.
नई दिल्ली: Chandrayaan-3 का विक्रम लैंडर इस समय चांद के चारों तरफ 24 km x 134 km की ऑर्बिट में घूम रहा है। लैंडर के मुख्य कैमरा यानी लैंडर इमेजर (LI) ने शानदार वीडियो बनाया है। ये वीडियो 20 अगस्त 2023 को दूसरी बार डीबूस्टिंग करने के बाद बनाया गया है। इसमें एक तरफ घूमता हुआ चंद्रमा दिख रहा है। दूसरी तरफ विक्रम लैंडर के सोलर पैनल्स और गोल्डेन रेडिएशन कवर। ये वीडियो ये बताता है कि चंद्रयान-3 की सेहत सही है।
.... and The moon as captured by theLander Imager Camera 4on August 20, 2023.#Chandrayaan_3 #Ch3 pic.twitter.com/yPejjLdOSS
— ISRO (@isro) August 22, 2023
20 मिनट बेहद अहम
चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग का वक्त करीब आता जा रहा है। इसमें अब 48 घंटे से भी कम का वक्त बचा है। इसके साथ ही सबकी धड़कनें भी तेज हो गई हैं। बुधवार शाम को चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग के दौरान आखिरी के 20 मिनट काफी अहम होने वाले हैं। गौरतलब है कि इस मिशन के सफल होने के बाद भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा, जिन्होंने चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की है। यह देश हैं अमेरिका, रूस और चीन।
बता दें कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग की कमान अभी तक इसरो मिशन के वैज्ञानिकों के हाथ में है। लेकिन आखिरी के पलों में यह ऑटोमैटिक मोड में आ जाएगा। इसके बाद से असली चुनौतियां शुरू होंगी। गौरतलब है कि इन्हीं आखिरी पलों में चंद्रयान-2 नाकाम हुआ था। इसको देखते हुए इसरो ने इस बार खास तैयारी कर रखी है। चंद्रयान की सॉफ्ट लैंडिंग के लिए इसके लैंडर में रॉकेट लगाए गए हैं। इनके जरिए लैंडर की स्पीड कंट्रोल होगी और उसके बाद सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिशें की जाएंगी।
एक सौ किलोमीटर की ऊंचाई से चंद्रमा की सतह पर लैंडर उतारने की प्रक्रिया काफी अहम है। बीबीसी के मुताबिक इसका प्रॉसेस आठ चरणों में पूरा होगा। चंद्रयान-3 पहले बूस्टर फायर करेगा और 100 किमी की ऊंचाई पर परिक्रमा करता है, ताकि चांद की सतह की ओर गिरे। यहां से चंद्रयान तेजी से चंद्रमा की सतह की तरफ आएगा। इस वक्त चंद्रयान का लैंडर मॉड्यूल 90 डिग्री पर होना चाहिए। इसके चारों पैर चांद की सतह लंबवत नहीं छू सकते। ऐसे में चंद्रयान के मुंह के बल गिरने का खतरा रहेगा। ऐसी हालत में रोवर इससे बाहर नहीं आ पाएगा। सॉफ्ट लैंडिंग के बाद चंद्रयान का लैंडर मॉड्यूल धरती पर सिग्नल भेजता है। कुछ देर के बाद इसका रैंप खुल जाएगा। इसकी मदद से रोवर प्रज्ञान चांद पर लैंड करेगा। इसके बाद वह फोटो लेकर लेकर बेंगलुरु के पास इंडियन डीप स्पेस नेटवर्क को भेजेगा।
#WATCH 23 अगस्त को चंद्रयान-3 मिशन की लैंडिंग से पहले मध्य प्रदेश के भोपाल विज्ञान केंद्र में विशेष तैयारियां की गईं। pic.twitter.com/nRU5T5xdaX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 22, 2023
गौरतलब है कि मंगलवार को कहा कि चंद्रयान-3 मिशन निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आगे बढ़ रहा है। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि यहां 'इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क' (आईएसटीआरएसी) में स्थित 'मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स' में उत्साह का माहौल है। इसरो ने चंद्रमा पर भारत के तीसरे मिशन की मंगलवार दोपहर को ताजा जानकारी देते हुए कहा कि मिशन तय कार्यक्रम के अनुसार आगे बढ़ रहा है। प्रणालियों की नियमित जांच की जा रही है। सुचारू संचालन जारी है। उसने कहा कि एमओएक्स/आईएसटीआरएसी से चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर उतरने का सीधा प्रसारण बुधवार शाम पांच बजकर 20 मिनट से शुरू किया जाएगा।
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