झारखंड। चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में जंगली हाथियों का उत्पात थम नहीं रहा है. रोज किसी ना किसी गांव में हाथियों का झुंड मकान और खेतों में लगी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. जंगली हाथियों के इस प्रकार गांवों में विचरण करने से ग्रामीण भयभीत हैं. लोग वन विभाग से जंगली हाथियों से सुरक्षा करने …
झारखंड। चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में जंगली हाथियों का उत्पात थम नहीं रहा है. रोज किसी ना किसी गांव में हाथियों का झुंड मकान और खेतों में लगी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. जंगली हाथियों के इस प्रकार गांवों में विचरण करने से ग्रामीण भयभीत हैं. लोग वन विभाग से जंगली हाथियों से सुरक्षा करने की गुहार लगाते थक चुके हैं. विगत लगभग एक महीने से जंगली हाथियों का झुंड कुकडू व नीमडीह प्रखंड क्षेत्र में ही घुम रहे हैं. वन विभाग हाथियों के झुंड को वापस जंगल पहुंचाने में अबतक असफल रही है. ऐसे में ग्रामीण दहशत भरी जिंदगी जीने पर विवश हैं.
जंगली हाथियों का झुंड शनिवार की रात भी उत्पात मचाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराया है. हाथियों के झुंड ने कुकडू प्रखंड के लेटेमदा टोला नतुनडीह में दो मकान के दीवार को तोड़ दिया है. इसके साथ ही खेतों में लगी फसल को अपना निवाला बनाया और रौंदकर बर्बाद किया. जानकारी के अनुसार हाथियों ने लेटेमदा टोला नुतनडीह में शनिवार की रात एक मकान का दीवार तोड़ कर मकान के अंदर रखे अनजा को अपना आहार बनाया.
बताया जाता है कि अनाज मां संतोषी राशन डीलर का था, जिसे लाभुकों के बीच बांटा जाना था. हाथियों ने जनवितरण प्रणाली का गेहूं और चावल को चट कर गए. इसके साथ ही कुछ कपड़ा को नष्ट कर दिया. हाथियों के झुंड ने जाते-जाते सामने स्थित गोपाल महतो के मकान का भी दीवार तोड़कर धान खाया और चारों ओर बिखेर दिया. जाने के दौरान हाथियों के झुंड ने रवींद्र महतो के केला का पौधा और संताेष महतो के खेत में लगे आलू की फसल को भी नुकसान पहुंचाया