चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के नतीजे आए, तीसरे नंबर पर रही कांग्रेस
चंडीगढ़ नगर निगम चुनावों में दिलचस्प नतीजे सामने आए आए हैं. कांग्रेस पार्टी ने सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत हासिल किया है. वहीं सबसे ज्यादा सीट हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी का मत प्रतिशत बीजेपी से भी कम है. पिछले चुनावों में बीजेपी को 26 में 21 सीटें मिली थीं. अब की बार परिसीमन के बाद 35 सीटों में से बीजेपी महज 12 सीटें जीत पाई है. अब सवाल ये है कि मेयर आखिर किस पार्टी का और किस फॉर्मूले से बनेगा?
फिलहाल बात करते हैं वोट शेयर की, जिसका आंकड़ा यह कहता है कि लोगों ने कांग्रेस के उम्मीदवारों को भी अच्छी संख्या में वोट दिया है. बता दें कि 35 सीटों वाले निगम में इस बार आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. AAP को 14 सीटें मिली हैं. वहीं भाजपा दूसरे स्थान पर रही है जिसको 12 सीटें मिली हैं. जबकि कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही और 8 सीटों पर जीत दर्ज की है. शिरोमणि अकाली दल की झोली में बस 1 सीट आई है. लेकिन बात अगर वोट शेयर की करें तो कांग्रेस पहले नंबर पर है. वोट शेयर के मुताबिक, AAP को 27.08 फीसदी, बीजेपी को 29.30 फीसदी और कांग्रेस को लगभग 30 (29.79 फीसदी) वोट मिले हैं. इसी के साथ इस बार कांग्रेस ने 8 सीटें जीती हैं, जबकि 2016 के निगम चुनाव में उसे चार सीटें मिली थीं. हालांकि, तब निगम में 35 की जगह 26 ही सीटें हुआ करती थीं.
अब आने वाले वक्त में पंजाब विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में देखना होगा कि कम सीटों के साथ, ज्यादा वोटर शेयर लेकर कांग्रेस संतुष्ट होगी या नहीं. इसका पता आने वाले वक्त में कांग्रेस की तैयारियों को देखकर ही लगेगा. चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के नतीजे के मायने निकाले जाएं तो यह AAP के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद रहे हैं. AAP पहली बार चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव लड़ी थी, बावजूद इसके वह 35 में से 14 सीटें जीत गई है. बीजेपी के मौजूदा मेयर तक को आप के उम्मीदवार ने हरा दिया. वहीं बीजेपी दूसरे नंबर पर है लेकिन उसका प्रदर्शन साल 2016 के मुकाबले खराब है.
साल 2016 में निगम में 26 सीट थीं. अब इन्हें बढ़ाकर 35 किया गया है. साल 2016 में बीजेपी और अकाली दल ने मिलकर चुनाव लड़ा था. लेकिन तब अकेले बीजेपी ने 20 वार्ड में जीत दर्ज की थी. वहीं कांग्रेस के हाथ चार सीट आई थी, बाकी एक सीट अकाली और दूसरी निर्दलीय उम्मीदवार ने जीती थीं.