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चंडीगढ़ प्रशासन ने वीकेंड और नाइट कर्फ्यू जारी रखने का किया फैसला

Khushboo Dhruw
4 May 2021 8:03 AM GMT
चंडीगढ़ प्रशासन ने वीकेंड और नाइट कर्फ्यू जारी रखने का किया फैसला
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कोरोना के बढ़ते मामलों (Corona Cases) को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने वीकेंड कर्फ्यू के साथ नाइट कर्फ्यू भी जारी रखने का फैसला लिया है

कोरोना के बढ़ते मामलों (Corona Cases) को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने वीकेंड कर्फ्यू के साथ नाइट कर्फ्यू भी जारी रखने का फैसला लिया है. नाइट कर्फ्य शाम 6 बजे से सुबह 5 बजे तक जारी रहेगा. वहीं आज यानी 4 मई को शाम 5 बजे से 11 मई की सुबह 5 बजे तक प्रतिबंध लगा दिया गया है. इस दौरान सिर्फ आवश्यक सेवाओं की दुकानें ही खुली रहेंगी.

दरअसल कोरोना संकट को देखते हुए कई राज्यों ने लॉकडाउन लगा दिया है. हालांकि कुछ राज्यों जैसे दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में नए मामलों में स्थिरता या कमी देखी जा रही है. देश में मार्च से लगातार नए मामलों में बढ़ोतरी के बाद इन राज्यों के लिए थोड़ी राहत की बात है. हालांकि दिल्ली में सोमवार को रिकॉर्ड 448 नई मौतें दर्ज की गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 30 अप्रैल को 4 लाख से ज्यादा नए मामले आने के बाद लगातार दो दिन केस की संख्या घटी है.
देश में एक्टिव केस में साप्ताहिक बढ़ोतरी 2.9 फीसदी की है. सोमवार को एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 34,13,642 हो गई थी. महाराष्ट्र में अब भी एक्टिव केस की संख्या सबसे ज्यादा है. महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना संक्रमण के 48,621 नए मामले सामने आए. राज्य में पिछले 30 दिन की अवधि में पहली बार एक दिन में नए केस की संख्या 50,000 से कम दर्ज की गई. महाराष्ट्र में अप्रैल में अधिकतर दिनों में संक्रमण के नए मामलों की संख्या करीब 60,000 या उससे अधिक दर्ज की गई थी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, महाराष्ट्र के 12 जिलों में भी पिछले 15 दिन में गिरावट के संकेत मिले हैं. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के दुर्ग, गरियाबंद, रायपुर, राजनांदगांव, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, गुना, शाजापुर, लद्दाख के लेह और तेलंगाना के निर्मल में पिछले 15 दिनों में नए केस में गिरावट के संकेत मिले हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने सोमवार को कहा, "हालांकि, ये बहुत शुरुआती संकेत हैं और इनके आधार पर स्थिति का विश्लेषण करना जल्दबाजी होगी. जिला और राज्य स्तर पर रोकथाम के प्रयासों को जारी रखना महत्वपूर्ण है ताकि हम इस बढ़त को बरकरार रखते हुए मामलों पर लगाम लगा सकें


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