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ईडी और इनकम टैक्स के रडार में सीईओ, घर से मिले थे 4 करोड़ रुपये नकद

Nilmani Pal
9 April 2022 11:19 AM GMT
ईडी और इनकम टैक्स के रडार में सीईओ, घर से मिले थे 4 करोड़ रुपये नकद
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राजस्थान। राजस्थान (Rajasthan) के जयपुर (Jaipur) में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने दो दिन पहले ही रिश्वत लेते हुए बायोफ्यूल (Biofuel) के अधिकारी को रंगे हाथों पकड़ा था. अब इस मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. आरोपी के घर में जांच के दौरान नोटों के इतने बंडल मिले थे कि नोट गिनने की मशीन मंगवाई गई थी. साथ ही कई प्रॉपर्टी और लग्जरी गाड़ियों का भी पता चला था. इसी मामले में अब एक और खलासा हुआ है. रिश्वतखोरी में गिरफ्तार बायोफ्यूल अधिकारी सुरेंद्र सिंह राठौड़ (Surendra Singh Rathore) 8-9 साल में ही सीईओ की कुर्सी पर पहुंच गया था.

वायुसेना में एयरमैन की पोस्ट पर काम करने वाले सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने साल 2000 में नौकरी छोड़कर ग्रामीण विकास विभाग की नौकरी ज्वॉइन की थी. इसके बाद राठौड़ को सीईओ तक पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लगा. विभागीय सूत्र बताते हैं कि इस पद पर उसकी नियुक्ति भी नियमों के खिलाफ हुई थी. जयपुर एसीबी ने गुरुवार को 5 लाख रुपये की घूसखोरी में सुरेंद्र सिंह राठौड़ को गिरफ्तार किया था. वहीं आरोपी की बेहिसाब संपत्ति को लेकर अब ईडी, इनकम टैक्स विभाग भी एक्टिव हो गया है. जिस कुर्सी पर कभी सीनियर आईएएस अधिकारी बैठते थे, उस कुर्सी पर राठौड़ पिछले 13 साल से जमा बैठा था.

इस दौरान तीन बार सरकार बदली, अच्छे से अच्छे और बड़े से बड़े अधिकारियों की भी इन 13 सालों में कुर्सी बदल गई, लेकिन सुरेंद्र सिंह राठौड़ वहीं टीका रहा. साल 2000 में राठौड़ ग्रामीण विकास विभाग में बतौर संविदाकर्मी मैनेजर की पोस्ट पर लगा था. हाई लेवल कांटेक्ट के कारण साल 2007 में बायोफ्यूल में डिप्टी सीईओ बना दिया गया. साल 2008 में जॉइंट सीईओ के पद पर पहुंचा. साल 2009 में सुरेंद्र सिंह राठौड़ बायोफ्यूल अथॉरिटी के सीईओ पद पर पहुंच गया. इसके बाद जॉइंट सेक्रेटरी ग्रामीण विकास विभाग का भी चार्ज दिया गया. सीईओ की इस पोस्ट पर आईएएस बैठते हैं और जॉइंट सेक्रेटरी की पोस्ट पर सीनियर आरएएस अधिकारी को बैठाया जाता है. आरोपी सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने इन दोनों ही पोस्ट की जिम्मेदारी उठा रखी थी. राठौड़ के पास एमए, एलएलबी और एमबीए की डिग्री भी है. राठौड़ के घर से 4 करोड़ रुपये नकद मिलने के बाद से कई एजेंसियां एक्टिव हो चुकी हैं. एसीबी के ऑपरेशन के बाद ईडी, इनकम टैक्स और आय से अधिक की संपत्ति का मामला चलेगा. राठौड़ के खिलाफ एसीबी में एक और ज्योति नगर थाने में आबकारी अधिनियम में एक मामला अब तक दर्ज हो चुका है.


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