सांसद निधि को लेकर केंद्र सरकार ने लिया अहम निर्णय, जानिए कब मिलेगी कितनी राशि
केंद्रीय कैबिनेट (Central Cabinet) की बैठक में बुधवार को बड़े फैसले लिए गए, जिसमें सांसद निधि (MPLAD Scheme) को दोबारा शुरू करने का अहम निर्णय हुआ है. केंद्रीय कैबिनेट और कैबिनेट कमेटी ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA) की बैठक में MPLAD स्कीम यानी सांसद निधि को दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया हुआ. दरअसल साल 2020-21 की सांसद निधि को कोरोना के खिलाफ जंग में इस्तेमाल किया गया था. अब सांसदों को दोबारा विकास कार्य के लिए पैसे मिलने शुरू जाएंगे. इस साल सांसदों को 2 करोड़ दिए जाएंगे. अगले साल से सांसदों को पांच करोड़ रुपये मिलना शुरू हो जाएंगे. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि अब अर्थव्यवस्था सही चल रही है और इसी वजह से सांसद निधि को दोबारा शुरू किया जा रहा है. ठाकुर ने कहा कि 2022-23 से 2025-26 तक हर साल दो किश्तों में सांसदों को 2.5-2.5 करोड़ रुपए दिए जाएंगे.
सरकार ने क्यों स्थगित की थी स्कीम
दरअसल बीते साल अप्रैल महीने में कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई के दौरान केंद्र सरकार ने 2020-21 and 2021-22 के लिए सांसद निधि को स्थगित कर दिया था. इन पैसों का इस्तेमाल हेल्थ सेक्टर और अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर किया गया था. देशभर के सांसद अपने क्षेत्रों में सांसद निधि के जरिए ही विकास कार्यों की संस्तुति करते हैं. सांसद निधि के तहत केंद्र सरकार प्रत्येक लोकसभा के विकास के लिए पांच करोड़ रुपए देती है. लोकसभा, राज्य सभा के सांसद विकास कार्यों के लिए इस निधि का इस्तेमाल कर सकते हैं. कई राज्यों में इसी तरह विधायक निधि का भी प्रावधान है. दिल्ली में विधायक निधि दस करोड़ है जो देश में सबसे ज्यादा है.
इसके अलावा केंद्रीय कैबिनेट ने एक अन्य बड़ा फैसला भी लिया है. अनुराग ठाकुर ने जानकारी दी है कि भारतीय इतिहास और संस्कृति में जनजातियों के विशेष स्थान और योगदान को सम्मानित करने व पीढ़ियों को इस सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रीय गौरव के संरक्षण के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से 15 नवंबर, भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस घोषित करने का निर्णय लिया है.