इंडियन एविएशन इंडस्ट्री में एक नई एयरलाइन कंपनी की एंट्री हो गई है। शेयर बाजार दिग्गज राकेश झुनझुनवाला की अकासा एयरलाइंस (Akasa Airlines)को नागरिक उड्डयन मंत्रालय से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट मिल गया है। बता दें कि हाल ही में पीएम मोदी ने राकेश झुनझुनवाला से मुलाकात भी की थी। यह एयरलाइंस अब डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन यानी डीजीसीए से 2022 से विमान के परिचालन के लिए लाइसेंस पाने की प्रक्रिया शुरू करेगा। कंपीन के सीईओ के तौर पर विनय दुबे को चुना गया है जो जेट एयरवेज के साथ भी काम कर चुके हैं।
IndiGo के पूर्व अध्यक्ष और अब अकासा एयरलाइंस के बोर्ड में शामिल आदित्य घोष ने विनय दुबे और टीम को एनओसी मिलने पर बधाई दी है। बता दें कि अकासा एयरलाइन्स के संचालन के लिए यूरोपियन प्लेन कंपनी एयरबस के साथ बातचीत चल रही है। यह बातचीत एयरक्राफ्ट खरीदी के सिलसिले को लेकर हो रही है। कंपनी की कोशिश है कि वह हवाई सेवाएं 2022 की गर्मियों तक शुरू कर दे। इससे पहले ऐसी रिपोर्ट्स सामने आईं कि झुनझुनवाला चार साल में एक नए एयरलाइन वेंचर के लिए 70 विमान रखने की योजना बना रहे थे, जिसे उन्होंने वापस लेने का फैसला किया है। नई एयरलाइन कंपनी में झुनझुनवाला करीब 3.5 करोड़ डॉलर के निवेश पर विचार कर रहे हैं। इसके जरिए झुनझुनवाला की अकासा में 40 फीसदी हिस्सेदारी लेने की योजना है।