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CDS हेलिकॉप्टर हादसा: जान गंवाने वाले प्रदीप की कहानी, हफ्ते भर पहले ही आए थे गांव

jantaserishta.com
11 Dec 2021 6:17 AM GMT
CDS हेलिकॉप्टर हादसा: जान गंवाने वाले प्रदीप की कहानी, हफ्ते भर पहले ही आए थे गांव
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Coonoor Crash: तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) में केरल के थ्रिशूर के रहने वाले ए. प्रदीप का भी निधन हो गया था. प्रदीप वायुसेना में जूनियर वारंट ऑफिसर के पद पर तैनात थे. उनका पार्थिव शरीर शनिवार को दिल्ली से केरल पहुंचेगा. केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन (V Muraleedharan) उनके पार्थिव शरीर को लेकर पहुंचेंगे.

प्रदीप के पार्थिव शरीर को पहले केरल से कोयंबटूर लाया जाएगा. प्रदीप कोयंबटूर में ही तैनात थे. यहां उनकी पत्नी और बच्चे रहते हैं. कोयंबटूर से सड़क के रास्ते उनके पार्थिव शरीर को थ्रिशूर स्थित उनके पैतृक गांव पोन्नुक्कारा ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा.
प्रदीप एक हफ्ते पहले ही अपने गांव आए थे. उनके पिता की तबीयत खराब रहती है और सांस लेने में दिक्कत होने की वजह से बिस्तर पर ही रहते हैं. हफ्ते भर पहले ही अपने गांव आए प्रदीप ने अपने बेटे का जन्मदिन भी मनाया था.
प्रदीप ने 2004 में अपना करियर शुरू किया था. 2018 में केरल और उत्तराखंड में आई बाढ़ के दौरान प्रदीप रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल थे. वो छत्तीसगढ़ में कई माओवादी विरोधी ऑपरेशन में भी शामिल रहे हैं.
बताया जा रहा है कि इसी हफ्ते की शुरुआत में प्रदीप ने अपनी मां को बताया था कि वो उच्च अधिकारियों के साथ उड़ान भरने जा रहा है. शुरुआत में उनकी मां को लगा था कि उनका बेटा नहीं गया होगा, लेकिन बाद में जब उनके घर के बाहर भीड़ जुटनी शुरू हुई तो उन्हें अपने बेटे के निधन की जानकारी हुई. जो हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ, प्रदीप उसमें फ्लाइट गनर थे.
प्रदीप अगले दो साल में रिटायर होने और अपने गांव में बसने की प्लानिंग कर रहे थे, लेकिन उससे पहले ही ये दर्दनाक हादसा हो गया.
इस हादसे में लांस नायक बी. साईं तेजा का भी निधन हो गया था. वो आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के मडनापल्ली के एगुवरेगड़ा गांव के रहने वाले थे. डीएनए टेस्ट के बाद उनका शव परिजनों को सौंप दिया गया. मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने उनके परिजनों को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है.
क्या हुआ था?
तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार (8 दिसंबर) को वायुसेना का Mi-17V5 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया. इस विमान में सवार 14 में से 13 लोगों की जान चली गई. इस विमान हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका (Madhulika Rawat) समेत 13 लोगों का निधन हो गया था. हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Varun Singh) एकमात्र जिंदा बचे हैं, जिनका वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल में इलाज चल रहा है.जान गंवाने वाले प्रदीप अरक्कल की कहानी,
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