दिल्ली। सीबीआई को 34,000 करोड़ रुपये से अधिक के डीएचएफएल बैंक घोटाले की जांच में बड़ी सफलता हाथ लगी है. जांच एजेंसी ने शनिवार को पुणे के बिजनेसमैन अविनाश भोंसले के यहां से एक हेलिकॉप्टर जब्त किया है. ये हेलिकॉप्टर अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी का है. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 20 जून 2022 को प्राइवेट सेक्टर की होमलोन कंपनी DHFL के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी. इसके आधार पर सीबीआई ने डीएचएफएल के बैंक घोटाले की जांच शुरू की. ये बैंक घोटाला लगभग 34,615 करोड़ रुपये का है.
इसे देश में अब तक का सबसे बड़ा बैंक फ्रॉड मामला माना जा रहा है. हाउसिंग फाइनेंस सेक्टर की इस कंपनी, इसके निदेशक और अन्य लोगों पर 17 बैंकों के साथ 34,615 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी करने का आरोप है. इस पहले सीबीआई ने (CBI) ने सोमवार को Yes Bank-DHFL Loan Fraud Case में एक चार्जशीट भी दायर की थी. इसमें अविनाश भोंसले के साथ सत्येन टंडन का नाम भी शामिल है. अविनाश भोंसले को महाराष्ट्र के कई नेताओं का करीबी बताया जाता है. भोंसले को पहले सीबीआई ने गिरफ्तार किया गया, बाद में ईडी की गिरफ्तारी के बाद से उन्हें न्यायिक हिरासत में रखा गया है. सीबीआई की चार्जशीट में कई कंपनियों के नाम भी शामिल हैं. इनका संबंध अविनाश भोंसले से है. इन कंपनियों में मेट्रोपोलिस होटल्स, एबीएस इंफ्रा प्रोजेक्ट, एबीएस हॉस्पिटैलिटी, अरिंदम डेवेलपर्स, अविनाश भोसले ग्रुप और फ्लोरा डेवेलपमेंट्स का नाम शामिल है.
जबकि डीएचएफएल घोटाले सीबीआई ने कंपनी के प्रवर्तकों (DHFL Promoters) कपिल वधावन (Kapil Wadhawan) और धीरज वधावन (Dheeraj Wadhawan) के खिलाफ केस रजिस्टर किया है. एजेंसी ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (DHFL), तत्कालीन सीएमडी कपिल वधावन, डाइरेक्टर धीरज वधावन और 6 रियल्टी कंपनियों के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने का केस दर्ज किया है. एजेंसी का कहना है इन लोगों ने मिलकर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया समेत अन्य बैंकों के साथ फ्रॉड करने के लिए साजिश की.