मंत्री गंगुला, श्रीनिवास राव की गिरफ्तारी से जुड़े एक मामले में सीबीआई जांच शुरू
तेलंगाना। मंत्री गंगुला कमलाकर गुरुवार को कोवी श्रीनिवास राव की गिरफ्तारी से जुड़े एक मामले में सीबीआई की जांच में शामिल हुए। श्रीनिवास राव खुद को सीबीआई का संयुक्त निदेशक बताकर निर्दोष लोगों को ठगता था। सीबीआई ने तीन दिन पहले राव को गिरफ्तार किया था। सीबीआई को मालूम हुआ है कि टीआरएस पार्टी के राज्यसभा सदस्य वाद्दीराजू रविचंद्रन भी गिरफ्तार राव के संपर्क में थे। अधिकारी इस मामले में उन्हें समन भेजने पर विचार कर रहे हैं। मंत्री गंगुला कमलाकर सीबीआई के दिल्ली स्थित मुख्यालय पहुंचे जहां उनसे फिलहाल पूछताछ जारी है।
रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बीते सोमवार को राव को दिल्ली में तमिलनाडु भवन से आईपीएस अधिकारी के तौर पर खुद को कथित रूप से पेश करने और सीबीआई का संयुक्त निदेशक होने का दावा करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने बताया कि श्रीनिवास राव कंपनी 'पोर्टर' के 2000 वाहनों के लिए दिल्ली पुलिस से 'नो एंट्री परमिट' हासिल करने के लिए पैरवी कर रहा था। वह लोगों को ठग रहा था और निजी फेवर मांग रहा था।
सीबीआई को हाल ही में एक गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी राव खुद को आईपीएस अधिकारी और सीबीआई के संयुक्त निदेशक के रूप में पेश कर रहा है। वह विभिन्न मामलों में अनुकूल प्रतिक्रिया हासिल करने के लिए लोक सेवकों के साथ पैरवी करने के लिए अज्ञात निजी व्यक्तियों से रिश्वत की मांग कर रहा था। जिसमें विभिन्न केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा दर्ज मामले शामिल हैं। सीबीआई ने जानकारी मिलने के बाद आईपीसी की धारा 419 और 420 के तहत मामला दर्ज किया। इसके बाद सीबीआई ने तमिलनाडु भवन में जाल बिछाया और उसे गिरफ्तार कर लिया।