सफाई कर्मचारी और महिला टीचर को CBI ने किया अरेस्ट, घूसखोरी का आरोप
आरोप है कि वे भारी घूस के एवज में सहायक शिक्षक माली व सफाई कर्मचारी के पद पर भर्ती में अभ्यर्थियों से संपर्क कर उन्हें नौकरी दिलाने का आश्वासन दे रहे थे। चंद्रशेखर कृष्णजी लांजेवार उन पात्र उम्मीदवारों से संपर्क करने के लिए नियमित रूप से सकटेल से संपर्क कर रहे थे, जिनके नाम कामठी छावनी बोर्ड द्वारा सहायक शिक्षक, माली और सफाई कर्मचारी के पद के लिए प्रकाशित सूची में शामिल थे।
सकटेल ने उम्मीदवार कुवरलाल से संपर्क किया, जो माली के पद के लिए उपस्थित हुए थे और उन्हें उनके चयन का आश्वासन दिया। कुवरलाल ने केसीबी में माली के पद पर चयन के बाद शुरू में सकटेल को 50,000 रुपये की राशि का भुगतान किया और शेष भुगतान के बारे में उनसे चर्चा की और 11.50 लाख रुपये देने पर सहमत हुए। सीबीआई ने जाल बिछाया और सकटेल को रुपये की रिश्वत स्वीकार करते हुए पकड़ा। कुल 11,50,000 रुपये की रिश्वत में से पहली किस्त के तौर पर 2 लाख लांजेवर की ओर से मिले। कुंवरलाल को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
जांच के दौरान, केसीबी स्कूल, नागपुर में संपर्क के आधार पर कार्यरत नर्सरी शिक्षिका शीतल रामटेके की भूमिका सामने आई और वह भी पकड़ी गई। अभियुक्तों और अन्य के आधिकारिक और आवासीय परिसरों में तलाशी ली गई, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। तीनों गिरफ्तार आरोपियों को विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उन्हें 21 अप्रैल तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया।