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सीएम योगी को बम से उड़ाने की धमकी का मामला, आरोपी गिरफ्तार

HARRY
14 Aug 2022 3:05 PM GMT
सीएम योगी को बम से उड़ाने की धमकी का मामला, आरोपी गिरफ्तार
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी का नाम सरफराज है. सरफराज ने करीब 12 दिन पहले डायल-112 के वॉट्सएप नंबर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बम से उड़ाने की धमकी दी थी. मामले में अज्ञात के खिलाफ सुशांत गोल्फ सिटी थाने में मुकदमा दर्ज कर साइबर सेल व पुलिस की टीमें जांच में जुटी थीं.

सुशांत गोल्फ सिटी थाने के प्रभारी निरीक्षक इंस्पेक्टर शैलेंद्र गिरी ने बताया था कि दो अगस्त की शाम डायल-112 के वॉट्सएप नंबर पर एक नंबर से शाहिद खान नाम के युवक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तीन दिन के अंदर बम से उड़ाने की धमकी दी थी. धमकी मिलते ही ऑपरेशन कमांडर सुभाष कुमार ने तुरंत इसकी जानकारी संप्रेक्षण अधिकारी अंकिता दुबे को दी. आनन-फानन में अंकिता दुबे ने उच्चाधिकारियों को जानकारी देकर सुशांत गोल्फ सिटी थाने में तहरीर दी. ऑपरेशन कमांडर सुभाष कुमार ने आरोप लगाया था कि डायल-112 के कंट्रोल रूम के वॉट्सएप नंबर पर एक मैसेज आया था, जिसमें सीएम योगी को बम से उड़ाने की दी गई थी.
इंस्पेक्टर शैलेंद्र गिरी ने बताया था कि ऑपरेशन कमांडर संतोष कुमार ने वॉट्सएप पर दी गई धमकी का स्कीनशॉट उन्हें दे दिया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए सर्विलांस और साइबर सेल समेत पुलिस की कई टीमें नंबर के बारे में पता लगा रही थीं. नंबर की लोकेशन को भी ट्रेस करने का प्रयास हो रहा था. नंबर राजस्थान के भरतपुर का निकला तो पुलिस ने जांच और तेज कर दी. बीते शनिवार को छापेमारी कर सरफराज नाम के एक युवक को गिरफ्तार कर लिया गया. सरफराज के पास से 15 दिन के अंदर दोबारा मुख्यमंत्री को बम से उड़ाने की धमकी भरा पत्र भी मिला है.
मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि आरोपी सरफराज काफी शातिर है. उसने अपने चाचा फार्रुख के बेटे शाहिद के नाम से धमकी दी थी. सरफराज के पास से एक मोबाइल मिला है. मोबाइल में डायल-122 का नंबर भी सेव है. इससे पहले भी सीएम योगी को जो धमकियां मिली हैं, क्या उसमें भी सरफराज का हाथ हो सकता है, इसको लेकर भी पुलिस जांच कर रही है.
पुलिस ने बताया कि सरफराज भरतपुर जिले के सतपुरा गांव का रहने वाला है. यह गांव जालासाजों का गांव है. यहां जालसाजों का पूरा गिरोह सक्रिय है. यहां ट्रकों के जरिए अवैध धंधा भी किया जाता है. यहां के लोग तेलंगाना, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश से फर्जी सिम कार्ड खरीदकर लाते हैं और लोगों से ठगी करते हैं.
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