नासिक। नासिक (Nashik) के करेंसी नोट प्रेस (CNP) से पांच लाख रुपए चोरी होने के मामले का पुलिस ने खुलासा किया है. नासिक पुलिस (Nashik Police) के अनुसार सीएनपी से पैसे चोरी हुए ही नहीं हैं. नोट प्रेस में काम करने वाले दो सुपरवाइजर ने पांच लाख के बंडल को पंच यानी गलती से नष्ट कर दिया था. यह घटना फरवरी की है, नष्ट करने के बाद दोनों सुपरवाइजर डर गए थे और अपने ऊपर कार्रवाई के डर से उन लोगों ने किसी को बताया नहीं था.
पुलिस का कहना है कि इसी कारण से पांच लाख रुपये ऑडिट में नजर नहीं आ रहा था. सीएनपी ने पांच महीनों तक इस मामले की जांच की, उसके बाद पुलिस में चोरी का मामला दर्ज करा दिया. उच्च सुरक्षा क्षेत्र में पैसों की चोरी पर पुलिस ने जांच शुरू की और लोगों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ है. हालांकि यह आपराधिक नहीं है, इसलिए पुलिस अपने लीगल विभाग से बातचीत कर रही है. पर सरकार के पांच लाख का नुकसान करने पर सुपरवाइजर पर सीएनपी कार्रवाई कर सकती है.
यह पूरा मामला फरवरी का है, जब नासिक के सीएनपी में काम करने वाले सुपरवाइजरों ने गलती से पांच लाख के नोट नष्ट कर दिए थे. पर कार्रवाई के डर की वजह से उन लोगों ने इसकी जानकारी अपने सीनियर अधिकारियों को नहीं दी थी. चार महीनों तक सीएनपी के आला अधिकारियों ने इंटरनल जांच की पर कुछ भी पता ना चलने के बाद पुलिस को शिकायत दी गई. जिसके बाद नासिक पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी. पुलिस ने सैकड़ों घंटों के सीसीटीवी को खंगाला, दर्जनों लोगों से पूछताछ की क्योंकि चोरी का यह मामला छोटा-मोटा नहीं था. उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र से चोरी का मामला दर्ज था. इसलिए नासिक पुलिस ने भी पूरी जान लगा दी इस मामले में. पुलिस की जांच में दो सुपरवाइजरों ने अपनी गलती मानी है.