धर्मशाला. बीजेपी विधायक विशाल नेहरिया (Vishal Nehria) और उनकी अफसर पत्नी ओशिन शर्मा (Oshin Sharma) मामले में नया मोड़ आ गया है. अब ओशिन शर्मा ने एफआईआर दर्ज करवाने से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि वह सिविल कोर्ट में मामले को ले जाएंगी. उन्होंने एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन को दिए अपने बयान में कहा कि वह विधायक विशाल नेहरिया पर किसी भी तरह का कोई क्रिमिनल केस दर्ज करवाना नहीं चाहती हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि नेहरिया को सियासी वरदान मिल गया है. यदि उन पर एफआईआर दर्ज होती तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती थी लेकिन आखिर पत्नी ने पति को राहत देते हुए एफआईआर करवाने से मना कर दिया है. इससे विशाल नेहरिया ही नहीं सत्ताधारी दल भाजपा को भी बड़ी राहत मिली है क्योंकि यह मुद्दा गर्माने लगा था और विपक्ष को भी बैठे-बिठाए सियासी हथियार मिल गया था. सरकार भी इस मामले को पूरी तरह से मैनेज करना चाहती थी और आखिर कुछ सफलता भी मिल गई.
शिमला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत में इसे पारिवारिक मसला करार दिया है. सीएम ने कहा कि घटना दुखद है, ये पारिवारिक मसला है और दोनों आपस में क्या विचार कर रहे हैं, उन्हें इसका मौका दिया जाना चाहिए. विपक्ष के आरोपों पर सीएम ने कहा कि इस मामले में राजनीति को बीच लाना नहीं चाहिए.
वहीं दूसरी ओर महिला कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष जैनब चंदेल ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार और भाजपा विधायक पर जमकर हमले किए. उन्होंने विधायक पर कड़ी कार्रवाई करने के साथ साथ पद से बर्खास्त करने की मांग की है. चंदेल ने कहा कि भाजपा विधायक ने अपनी पत्नी, जो कि एचएएस अधिकारी हैं, उनसे मारपीट की है, अभद्र व्यवहार किया है, ये सहन करने योग्य नहीं है. उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है. साथ ही मांग की कि नैहरिया के खिलाफ 498 ए के तहत मुकद्दमा दर्ज किया जाए. महिला कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो महिला कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी.