पीएचडी छात्रा के साथ छेड़छाड़ का मामला, स्टूडेंट-टीचर्स ने दी आंदोलन करने की चेतावनी
दिल्ली। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में एक पीएचडी छात्रा के साथ सोमवार की आधी रात को छेड़छाड़ के मामले ने जेएनयू परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को कठघरे में खड़ा कर दिया है. जानकारी के मुताबिक छात्रा से उस वक्त छेड़छाड़ की गई जब वो परिसर में घूम रही थी. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) गौरव शर्मा ने बताया कि सोमवार की रात करीब 11.45 बजे पीएचडी की एक छात्रा कैंपस में ईस्ट गेट रोड के पास टहल रही थी, तभी कैंपस के अंदर से एक शख्स बाइक पर सवार होकर आया और उसके साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की. लड़की ने शोर मचाया तो आरोपी भाग गया.
दिल्ली पुलिस ने बाद में ट्वीट कर घटना की जानकारी देते हुआ कहा कि, "घटना की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए डीसीपी गौरव शर्मा के नेतृत्व में एसडब्ल्यूडी पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई की और मामले का संज्ञान लिया गया." छेड़छाड़ के इस मामले में आईपीसी की धारा 42/22 यू/एस 354ए/354बी/323/341/379 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. आरोपी को पकड़ने के लिए कई टीमें लगातार काम कर रही हैं.
जेएनयू कैंपस में छेड़खानी की घटना के बाद पीड़ित छात्रा का इंसाफ दिलाने के लिए ढफली और तख्तियां लिए सैकड़ों छात्रों ने मंगलवार को घटना का विरोध किया. प्रदर्शनकारियों के अनुसार, उन्होंने पुलिस को आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. ऐसा नहीं होने पर वो अपना आंदोलन तेज कर देंगे. प्रदर्शनकारी छात्रों ने दावा किया कि पूर्वी गेट के पास घूमने के दौरान आरोपी ने पीड़िता को घेर लिया, उसे घसीटा और उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की. जब उसने विरोध किया तो वह उसका मोबाइल छीन कर फरार हो गया.
एक छात्रा ने कहा, "पीड़ित के शरीर पर चोट के निशान हैं और वह अभी भी सदमे में है. पुलिस ने उसे 25 से 30 संदिग्धों की तस्वीरें दिखाई थीं, लेकिन उसने कहा है कि वे इसमें शामिल नहीं थे. पीड़ित ने कहा है कि वो आरोपी को पहचान लेगी" बता दें कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ ने घटना के खिलाफ विरोध का आह्वान किया था.