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रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का टुकड़ा मिलने का मामला, पकड़ में आया आरोपी, चौंकाने वाला खुलासा

jantaserishta.com
19 Sep 2024 7:28 AM GMT
रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का टुकड़ा मिलने का मामला, पकड़ में आया आरोपी, चौंकाने वाला खुलासा
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ट्रेन करीब दो घंटे तक खड़ी रही थी.
गाजीपुर: यूपी के गाजीपुर में पिछले दिनों कथित तौर पर ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश की गई. इस मामले में अब पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में पता चला कि आरोपी नशेड़ी है और नशे में ही उसने रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का टुकड़ा छोड़ दिया था. उसकी मंशा गाड़ी को पटरी से उतारने की नहीं थी.
दरअसल, सिटी रेलवे स्टेशन और गाजीपुर घाट स्टेशन के मध्य 16 सितंबर की रात में एक एक्सप्रेस ट्रेन करीब दो घंटे खड़ी रही थी. क्योंकि, ट्रैक पर किसी ने लकड़ी का टुकड़ा रख दिया था, ये टुकड़ा इंजन में फंस गया था, जिससे ट्रेन में तकनीकी खराबी आ गई थी. इस घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज जांच-पड़ताल शुरू की. जिसमें अब एक आरोपी पकड़ा गया है.
मामले में सीओ सिटी सुधाकर पांडेय ने बताया कि अभियुक्त नशेड़ी है. उसी के द्वारा ट्रैक पर लकड़ी का टुकड़ा रखा गया था. ट्रेन संख्या 12561 के इंजन में ये लकड़ी का टुकड़ा फंस गया था और इंजन का पाइप फट गया था. जिसके चलते गाड़ी लगभग दो घंटे तक तकनीकी खराबी की वजह से वहीं पटरी पर खड़ी रही. इस संबंध में कोतवाली मुकदमा दर्ज कराया गया था.
उन्होंने बताया कि 16 सितंबर की घटना के बाद एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार, सीओ सुधाकर पांडेय, कोतवाली प्रभारी दीनदयाल पांडेय तथा आरपीएफ प्रभारी अमित राय रात में रेलवे ट्रैक का निरीक्षण किया था. वहीं, आरपीएफ टीम लगातार रेलवे ट्रैक की निगरानी कर रही थी. इस बीच 18 सितंबर को पुलिसकर्मी पूरी टीम के साथ जब ट्रैक की निगरानी करते हुए एक ब्रिज के करीब पहुंचे, तो उन्हें झाड़ी में किसी की आहट सुनाई दी.
जिसके बाद पुलिस टीम उसे देखने के लिए आगे बढ़ी तो पाया कि एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति अपने हाथ में लकड़ी का गुटका लेकर ब्रिज से उतरकर रेलवे ट्रैक की ओर जा रहा है. ऐसे में आरपीएफ टीम ने घेराबंदी कर उसे पकड़ और कोतवाली लेकर आई. पूछताछ करने पर उसने अपना नाम सुहवल निवासी आशीष गुप्ता बताया.
आशीष गुप्ता के मुताबिक, उसकी पत्नी और बच्चे चार साल पहले छोड़ कर चले गए. इसके चलते वो परेशान रहता है और रातभर सो नहीं पाता है. आशीष स्मैक लेने का आदी है, रात-रात घूमता रहता है. कभी-कभी लोग चोर समझकर दौड़ा लेते हैं, इससे बचने के लिए और नशा करने के लिए उसने अपना ठिकाना रेलवे ब्रिज के नीचे बना लिया.
बकौल आरोपी- 'देर रात तक घूमने के बाद अक्सर इसी ब्रिज के नीचे आकर लेट जाता हूं. यहीं स्मैक, गांजा का नशा करता हूं.' वहीं, लकड़ी की छड़ी-गुटका या टुकड़ा लेने के बाबत उसने बताया कि पास में लकड़ियों का ढेर है, आते-जाते उसमें से एक उठा लेता हूं, ताकि कोई कुत्ता या जंगली जानवर आए तो उसे भगा सकूं. 16 सितंबर को भी एक लकड़ी का टुकड़ा उठाया था मगर नशा ज्यादा होने के कारण उसे रेल लाइन पर ही छोड़कर चला गया था. हटाना भूल गया था.
पुलिस ने बताया कि आशीष की तलाशी लेने पर उसके कब्जे से एक चिलम और 140 रुपया बरामद हुआ. फिलहाल, उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. घटना के बाद ट्रैक की चौकसी बढ़ा दी गई है.
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