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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
जानें पूरा मामला।
नई दिल्ली: पंजाब के मोगा में शस्त्र लाइसेंस लेने के लिए घर पर फर्जी फायरिंग की वारदात को अंजाम देने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने कहा कि आरोपी को उसके दो सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने उसके घर पर ही गोलीबारी करने में मदद की थी. एसएसपी ने बताया कि मामले में आगे की जांच जारी है.
पंजाब पुलिस ने बताया, 'बांबिहा भाई गांव के एक व्यक्ति ने दावा किया कि सोमवार सुबह कुछ अज्ञात लोगों ने उसके घर पर गोलियां चलाईं, जो हथियार लाइसेंस हासिल करने के लिए गढ़ी गई कहानी थी.' मोगा पुलिस ने तरलोचन सिंह और उसके दो साथियों कुलविंदर सिंह और सुखवंत सिंह उर्फ फौजी को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने फरीदकोट जिले के ग्राम चन्नियां निवासी जगमीत सिंह उर्फ जगमिता के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है. आरोपियों के पास से एक .315 बोर की देसी पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस, एक .32 बोर की रिवॉल्वर, सात जिंदा कारतूस, चार मोबाइल फोन और एक पेन ड्राइव बरामद किया गया है.
बयान में कहा गया कि सोमवार को तरलोचन सिंह ने पुलिस को सूचित किया था कि कुछ दिन पहले गैंगस्टरों ने उन्हें फिरौती के लिए धमकी दी थी और सोमवार की सुबह करीब चार बजे अज्ञात लोगों ने उनके घर पर गोलियां चला दीं. जांच के दौरान जब सीसीटीवी की जांच की गई, तो पुलिस को पूरी घटना के बारे में संदेह हुआ.
इसके कारण तरलोचन सिंह से गहन पूछताछ हुई, जिसने बाद में कबूल किया कि उसे कुछ दिन पहले एक व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से गैंगस्टरों से फिरौती की धमकी मिली थी. फिर उसने हथियार के लाइसेंस का आवेदन किया. तरलोचन ने लाइसेंस लेने के लिए अपने ही घर पर गोलीबारी करने के लिए हथियार खरीदे.
इसके बाद तरलोचन सिंह ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बरार का नाम जानबूझकर लिया. मोगा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुलनीत सिंह खुराना ने बताया कि तरलोचन ने अपने दोस्त कुलविंदर सिंह से 32 बोर की लाइसेंसी रिवॉल्वर और सुखवंत सिंह से 315 बोर की देसी पिस्तौल खरीदी थी.
jantaserishta.com
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