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SBI से 11 करोड़ के सिक्कों के गबन का मामला, CBI का एक्शन शुरू

jantaserishta.com
20 April 2022 7:42 AM GMT
SBI से 11 करोड़ के सिक्कों के गबन का मामला, CBI का एक्शन शुरू
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करौली: राजस्थान के करौली में मेहंदीपुर बालाजी स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच से 11 करोड़ रुपए के सिक्कों के गबन मामले की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है. सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को टोडाभीम पुलिस द्वारा की गई जांच की फाइल सीबीआई को सौंपी जा सकती है. जांच के लिए सीबीआई के जयपुर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार के नेतृत्व में सीबीआई की टीम मंगलवार को बैंक शाखा पहुंची थी.

इस टीम के पहुंचने के दौरान जयपुर व सवाई माधोपुर से एसबीआई बैंक के अधिकारी भी वहां मौजूद रहे. टीम ने बैंक अधिकारियों से बैंक में जमा सिक्कों की गिनती करने की प्रक्रिया की जानकारी ली.
लगभग डेढ़ घंटे तक सीबीआई की टीम बैंक में रही. सूत्रों के अनुसार, टीम उस धर्मशाला में भी गई जहां सिक्कों की गिनती करने वाली फर्म के वेंडर ठहरे थे. उल्लेखनीय है कि हाल ही में बैंक की ओर से हाईकोर्ट में इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की रिट गई थी. इस पर राजस्थान हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए. जिसके बाद सीबीआई ने 13 अप्रैल को मामले की FIR दर्ज कर ली. इसी क्रम में 19 अप्रैल को सीबीआई की टीम मेहंदीपुर बालाजी और टोडाभीम पहुंची. जहां से मामले की प्राथमिक जानकारी जुटाई गई.
दरअसल, घाटा मेहंदीपुर बालाजी स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा के तत्कालीन शाखा प्रबंधक गोविंद सिंह मीणा ने अगस्त 2021 में टोडाभीम थाने में बैंक शाखा से 11 करोड़ रुपए के सिक्कों के गबन के मामले की FIR दर्ज कराई थी. जिसमें बताया गया कि रिजनल बिजनेस ऑफिस के आदेश के अनुसार, गठित समिति के पेशेवर वेंडर द्वारा शाखा के सिक्कों की गिनती करवाई जा रही थी. इसमें 10 अगस्त 2021 को गिनती के बाद लगभग 11 करोड़ रुपये के घपले का पता चला. बाद में घपला 13 करोड़ तक होना पाया गया. इसको लेकर SBI की मेहंदीपुर शाखा के प्रशासनिक जांच में पाया कि बैंक में अधिक राशि का गबन किया गया. फिर एक समिति का गठन कर केस की जांच करवाई गई.
इस मामले की FIR में शाखा प्रबंधक हरगोविंद सिंह मीणा ने गबन की अवधि में ब्रांच मैनेजर से लेकर चतुर श्रेणी कर्मचारी पद पर रहे 15 लोगों की सूची पुलिस को सौंपी. लेकिन पुलिस अधिकारी इस मामले की जांच में पूरी तरह फेल रहे. जिसके बाद बैंक ने हाईकोर्ट की शरण ली. और अब सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है.


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