कई बार लोगों के नाखून इतने मुलायम होते हैं, कि जरा सा बढ़ते ही अपने आप टूट जाते हैं. वहीं कुछ लोग इन्हें आसानी से दांतो से काट लेते हैं. उन्हें इसके लिए नेलकटर की भी जरूरत नहीं पड़ती. अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है तो इसे सामान्य मानकर नजरअंदाज न करें. ये किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है.
एनीमियाः अक्सर महिलाओं में खून की कमी पायी जाती है. ये कमी कब एनीमिया बन जाती है, उन्हें पता ही नहीं चलता. एनीमिया के दौरान कई बार नाखून कमजोर पड़ जाते हैं और टूटने लगते हैं.
लिवर की समस्याः आमतौर पर नाखून के रंग बदलने को लिवर की समस्या से जोड़कर देखा जाता है. लेकिन कई बार नाखून टूटने के भी मामले सामने आए हैं. इसलिए अगर आपके नाखून अपने आप टूट जाते हैं तो इसे गंभीरता से लें.
तंत्रिका तंत्र संबन्धी समस्याः कई बार नाखून का टूटना आपकी कोशिकाओं और तंत्रिका तंत्र अस्वस्थता को भी दर्शाता है. दरअसल कोशिकाओं के निर्माण और तंत्रिका को स्वस्थ बनाए रखने के लिए शरीर को विटामिन बी12 की जरूरत होती है. इस विटामिन की कमी से भी कई बार नाखूनों के टूटने की समस्या सामने आती है.
प्रोटीन और कैल्शियम की कमी: कई बार प्रोटीन और कैल्शियम की कमी होने पर भी नाखून टूटने की समस्या सामने आती है. समय रहते इस परेशानी को न समझने पर हड्डियों, मांसपेशियों और त्वचा से जुड़ी तमाम परेशानियां होने का खतरा रहता है.
ये हैं उपाय
– प्रोटीन की कमी दूर करने के लिए साबुत मूंग की दाल व चने को अंकुरित करके खाएं.
– आयरन की कमी को दूर करने के लिए अनार, चुकंदर, पालक, केला, मेथी, अंजीर वगैरह खाएं.
– विटामिन बी12 के लिए डॉक्टर द्वारा निर्देशित कोई सप्लीमेंट लें. वहीं कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए दूध, दही, पनीर लें.
तेल की मालिश करेगी काम
कई बार नाखून नमी कम होने के कारण भी टूटने लगते हैं, ऐसे में आप जैतून या अरंड के तेल से इसकी नियमित मालिश करें. साथ ही भरपूर पानी पिएं.