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ऑटोइंश्योरेंस ईजेड के एक अध्ययन का दावा है कि हाइब्रिड वाहनों में आग लगने का सबसे अधिक खतरा होता है, जबकि इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने का जोखिम सबसे कम होता है. यह अध्ययन ऐसे समय में आए हैं जब दुनिया भर में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और ईवी से जुड़ी आग की घटनाएं प्रमुख सुर्खियां बन रही है.
2021 में अमेरिका में सिर्फ 52 इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगी
अध्ययन में दावा किया गया कि 2021 में अमेरिका में सिर्फ 52 इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगी थी. इसके विपरीत, हाइब्रिड वाहनों में 16,051 और आंतरिक दहन इंजन (ICE) से चलने वाले वाहनों में 199,533 आग की घटनाओं की सूचना मिली थी. आग लगने के मामले में आईसीई वाहनों की संख्या अधिक है क्योंकि हाइब्रिड और ईवी की तुलना में सड़क पर अधिक आईसीई वाहन हैं. अध्ययन में बेची गई प्रत्येक एक लाख यूनिट वाहन में आग लगने की घटना की तुलना की गई है. दिलचस्प बात यह है कि आईसीई वाहनों के लिए प्रति 100,000 वाहनों की बिक्री में आग लगने की दर 1,529.9 है, जो हाइब्रिड वाहनों के लिए 3,474.5 से कम है. इलेक्ट्रिक वाहनों के मामले में यह दर प्रति 100,000 वाहनों पर सिर्फ 25.1 है.
आंतरिक दहन इंजन से चलने वाले वाहन कई कारणों से आग पकड़ते हैं. उनमें से सबसे बड़ी कारण है कि ईंधन लाइन या ईंधन टैंक का टूटना रहता है जबकि दूसरी ओर हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहन बैटरियों के कारण आग पकड़ लेते हैं. बैटरी में लगी आग ICE-वाहन में लगी आग की तुलना में अधिक खतरनाक और बुझाने में कठिन होती है, लेकिन इन आग की जड़ अक्सर अलग होती है.