बछड़े का पर्सनल बेडरूम: बिस्तर पर नहीं करते हैं गंदगी, जानिए गौभक्त फैमिली के बारें में
राजस्थान। आपने अक्सर लोगों के घरों में कुत्ते-बिल्लियों को घर के सदस्य के तौर पर रहते देखा होगा जहां वह पलंग पर साथ सोते हैं, साथ उठते हैं. कुत्ते-बिल्ली को पालना सामाजिक परंपरा जैसा बनता जा रहा है लेकिन आपने कभी सोचा कि एक ऐसा घर भी है जहां लोग गाय और बैल को ऐसे रखते हैं कि कुत्ते-बिल्ली देख लें तो ईर्ष्या में मर जाएंगे. जी हां, हम जिस घर की बात कर रहे हैं वहां गाय और बैल को भगवान सरीखा पूजा जाता है और परिवार के सदस्यों के साथ एक प्यारा रिश्ता देखने को मिलता है. गौ भक्ति के नाम पर अपनी रोटियां सेंकने वालों के लिए असल मायने में गौ भक्ति का जीता-जागता उदाहरण है.
जोधपुर के हाउसिंग बोर्ड थाना क्षेत्र के सुभाष नगर में रहने वाले प्रेम सिंह कच्छवाह और उनकी पत्नी संजू कंवर आज हर किसी के लिए गौभक्ति की मिसाल बने हुए हैं. वह कहते हैं कि उनके घर में पशु परिवार के एक सदस्य की तरह ही रहता है. बता दें कि घर में 3 गाय और एक बछड़ा है जिसकी उम्र एक साल है और उसका नाम पृथु रखा हुआ है. संजू कंवर बताती है कि वह बछड़े को चारा खिलाकर स्नान कराती है जिसके बाद वह सूखने पर कमरे में पलंग पर जाकर बैठ जाता है और 2 घंटे आराम करता है और जुगाली करता है.
बिस्तर पर नहीं करते हैं गंदगी
संजू सिंह ने आगे बताया कि उनके घर में रहने वाली गौ माता और नंदी महाराज पलंग पर रहते हैं लेकिन गोबर करने के समय वह निर्धारित जगह पर चले जाते हैं, बिस्तर गंदा नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि गौधन को इसी तरह की ट्रेनिंग दी गई है. संजू कंवर कहती है कि लोग गाय में हमारे 33 कोटि देवी देवता निवास करते हैं और कुछ लोग सिर्फ दूध के लिए गाय को पालते हैं और नंदी महाराज को घर से निकाल देते हैं.
वह सरकार से मांग करती है कि गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाए और जो बैल खेती में काम नहीं आते हैं उनके लिए अलग से कानून बनाया जाना चाहिए. वहीं वह लोगों से अपील करती है कि घर में गाय पालने से नकारात्मक शक्ति दूर होती है इसलिए गाय पालनी चाहिए. दरअसल बीते साल संजू कंवर के घर पहुंची नगर निगम टीम ने उनकी गायों को सीज कर लिया था जिसके बाद से संजू ने गायों और बछड़ों को घर में ही रखना शुरू कर दिया. संजू और उनके पति का गाय के लिए यह प्रेम देखकर आसपास के इलाके में लोग अब घर को "काऊ हाउस" के नाम से जानते हैं.