कैफे संचालक और उसके चचेरे का अपहरण, पुलिस ने 1 घंटे के अंदर किडनैपर्स से छुड़ाया
सोर्स न्यूज़ - आज तक
राजस्थान। भीलवाड़ा शहर में जुए-सट्टे के 3 लाख नहीं चुकाने पर कैफे संचालक और उसके चचेरे भाई का अपहरण कर लिए जाने का मामला सामने आया है. कैफे संचालक के पैसे नहीं चुकाने पर सटोरिये सरेआम उसका अपहरण करके उसे ले गए. भीलवाड़ा पुलिस ने चित्तौड़गढ़ पुलिस की मदद से 1 घंटे के अंदर दोनों भाइयों को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया.
पुलिस ने इस मामले में अपहरण के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अपहरण की ये पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई थी, जिससे पुलिस को काफी मदद मिली. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्येष्ठा मैत्रीय ने बताया कि मालोला रोड गायत्री नगर की रहने वाली ममता वैष्णव ने अपने पति विश्वास वैष्णव के अपहरण का मामला दर्ज करवाया था.
ममता ने बताया कि बड़ला चौराहे के निकट उसके पति के कैफे हाउस पर कुछ लोग कार से आए. उन लोगों ने उसके पति विश्वास और उसके चचेरे भाई बलवंत के साथ मारपीट की और उनका अपहरण कर लिया. अपहरण की सूचना मिलते ही भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) आदर्श सिद्धू ने अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर वारदात के संबंध में जानकारी ली. भीलवाड़ा के एसपी ने विश्वास और उसके चचेरे भाई बलवंत के मोबाइल फोन की लोकेशन के आधार पर चित्तौड़गढ़ पुलिस को अलर्ट किया. तुरंत ही एक्टिव मोड में आई पुलिस ने मोबाइल फोन लोकेशन के आधार पर चित्तौड़गढ़ कलेक्ट्रेट के निकट से तीन आरोपियों को पकड़ लिया और दोनों भाइयों को भी मुक्त करा लिया. पुलिस ने अपहरण के आरोप में शास्त्री नगर के रहने वाले इमरान हुसैन कॉलोनी के अमजद और जफर को गिरफ्तार किया है.
पूछताछ में सामने आया कि अपहरणकर्ता विश्वास से जुए और सट्टे के 3 लाख मांगते थे जो बार-बार तकाजा करने पर भी नहीं दे रहा था. इसलिए वह उसका अपहरण कर चित्तौड़गढ़ ले जाकर लिखा-पढ़ी कराना चाहते थे लेकिन, उससे पहले ही पकड़ लिए गए.