हाई बीपी और नींद की गोली के बिना नहीं सो पा रहे कारोबारी पीयूष जैन, बेचैनी की शिकायत
कानपुर जेल में 14 दिन के न्यायिक हिरासत में बंद इत्र कारोबारी पीयूष जैन ने जेल प्रबंधन को बेचैनी की शिकायत की है. फिलहाल, उसे जेल के बैरक में ही दवाइयां दी जा रही है. बताया जा रहा है कि जेल अस्पताल के डॉक्टरों ने पीयूष के स्वास्थ्य की जांच की है. फिलहाल, उसकी हालत ठीक बताई जा रही है और जेल में ही हाई बीपी, बेचैनी और नींद की गोली दी जा रही है. सैंकड़ों करोड़ की काली कमाई के मामले में गिरफ्तार पीयूष जैन ने एक दिन पहले ही अदालत से मांग की थी कि मेरे ऊपर टैक्स चोरी और पेनाल्टी समेत 52 करोड़ रुपए का टैक्स बनता है. डायरेक्टरेट ऑफ़ जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) 52 करोड़ रुपए काटकर बाकी रकम मुझे वापस कर दे. इस संबंध में पीयूष जैन की ओर से कोर्ट में आवेदन दिया गया है.
उधर, पीयूष जैन पर डीजीजीआई, इनकम टैक्स के बाद अब डीआरआई यानी राजस्व खुफिया निदेशालय ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है. डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने पीयूष जैन के घर से 23 किलो सोने की बरामदगी पर कस्टम एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया है. डीआरआई की शुरुआती जांच में बरामद हुए सोने का स्विट्जरलैंड कनेक्शन निकल रहा है, आशंका जताई जा रही है बरामद सोना अवैध तरीके से तस्करी कर मंगवाया गया था.
पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज के ठिकानों से की गई छापेमारी में 177 करोड़ की कैश बरामदगी के साथ-साथ 23 किलो सोने की ईट या बिस्किट भी बरामद हुए हैं. बरामद सोने के बिस्किट पर International Precious Metal Refinery (IPMR) लिखा है. दुबई के अबू धाबी मुख्यालय की इस रिफायनरी में सोने के बिस्किट तैयार होते हैं, जिसकी एक शाखा शारजाह में है और दूसरी शाखा गोल्ड लैंड बिल्डिंग, गोल्ड सोक, दुबई में है. आईपीएमआर सीधे सोने की बिक्री नहीं करता. पीयूष जैन के घर से बरामद हुए सोने के बिस्किट पर कुछ मिटाया गया भी है.
जानकारी के अनुसार, पीयूष जैन ने सोने की ईंट से स्विट्जरलैंड कनेक्शन छुपाने के लिए कंपनी के नाम खरोंच कर हटा दिए गए हैं. डीआरआई को शक है कि जिन कंपनियों के नाम खरोंच कर मिटा दिए गए हैं, यह दो कंपनियां हैं और दोनों ही कंपनियों का स्विट्जरलैंड कनेक्शन है. दोनों ही कंपनियां स्विट्जरलैंड में सोने की ईटों की बिक्री का कारोबार करती हैं.
डीआरआई की लखनऊ यूनिट ने सोने की बरामदगी के साथ ही कानपुर और कन्नौज में बरामदगी का ब्यौरा जुटाना शुरू कर दिया था और जिसके बाद डीआरआई ने पीयूष जैन पर कस्टम्स एक्ट में एफआईआर दर्ज कर ली है. आशंका जताई जा रही है कि पीयूष जैन के घर से बरामद हुआ सोना गोल्ड स्मगलिंग सिंडिकेट से भारत लाया गया है. हाल ही के दिनों में डीआरआई के द्वारा गोल्ड स्मगलिंग में की गई बरामदगी के तार बांग्लादेश और म्यांमार से जुड़े हैं. फिलहाल, डीआरआई ने केस दर्ज कर अब बरामद सोने का दुबई और स्विट्जरलैंड कनेक्शन खंगालना शुरू कर दिया है कि आखिर कानपुर के कारोबारी पीयूष जैन का भारत में बिना किसी अधिकृत डीलरशिप के यह सोना कैसे पहुंचा?