Businessman से 45 लाख की ठगी, फर्जी जमीन का शातिर ने कर दिया सौदा
गुरुग्राम gurgaon news । जालसाजों द्वारा फर्जी कागजात के जरिए एग्रीमेंट कर कारोबारी businessman से 45 लाख रुपए की ठगी fraud करने का मामला सामने आया है। शिकायत मिलने पर पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद गुरुवार को सिविल लाइंस थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
businessman Rajesh Dagar पटेल नगर निवासी कारोबारी राजेश डागर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका राधा पैलेस में कार्यालय है। उसके पास अश्वनी चौधरी नामक व्यक्ति का फोन आया और बताया कि उसके पास एक बड़ा इंवेस्टर है। उन्हें मंडकोला में जमीन चाहिए। राजेश डागर अपने साथ मास्टर दीपचंद चौधरी, कुलदीप धामा व आर्यन धामा को लेकर गुरुग्राम आया और अश्वनी चौधरी को लेकर जमीन देखने के लिए मंडकोला चले गए। जहां अश्वनी ने उससे कहा कि उनके पास नोएडा में 15 बीघा जमीन है। जिसमें वे राजेश को भी शामिल करके अच्छा मुनाफा कमाएंगे। इसके बाद अश्वनी ने फोन करके राजेश से कहा कि वे इंवेस्टर को लेकर मंडकोला पहुंच रहे हैं। राजेश भी गाड़ी लेकर मंडकोला पहुंचा तो वहां उसे अश्वनी, मास्टर दीपचंद चौधरी, कुलदीप धामा, आर्यन धामा के अलावा इंवेस्टर नरेश शर्मा, मिस्टर गुप्ता, आरके मित्तल मिले। उन्होंने जमीन देखने के बाद कहा कि नोएडा वाली जमीन को खरीदने के बाद इस जमीन को खरीद लिया जाएगा। अश्वनी ने 5 जुलाई 2023 को राजेश को नोएडा वाली जमीन के मालिक कविंद्र से भी मिलवाया। इसके बाद 5 जुलाई 2023 राजेश को नोएडा एक पंचतारा होटल में इंवेस्टर से मीटिंग के लिए बुलवाया गया। जहां नरेश शर्मा, आर के मित्तल, मिस्टर गुप्ता व एक अन्य पहले से ही बैठे हुए मिले। उन्होंने कहा कि जो जमीन अश्वनी ने उन्हें दिखाई है वे राजेश की मार्फत इस जमीन को 75 लाख प्रति बीघा के हिसाब से खरीदना चाहते हैं।फाईनल रेट करके वहां से चले गये।
noida news अश्विनी चौधरी ने जमींदार कविंद्र को भी होटल में बुला लिया और वह 15 बीघा 62 लाख रुपये प्रति बीघा के हिसाब से बेचने के लिए तैयार हो गया। राजेश भी अच्छा मुनाफा देखकर उनके झांसे में आ गया और जमीन खरीदने के तैयार हो गया। राजेश ने गुरुग्राम आकर अश्वनी चौधरी, कुलदीप धामा के सामने जमींदार कविंद्र को 5 लाख रूपये नगद दिये। वहीं एडवांस पेमेंट रसीद बनवा ली। 11 जुलाई को बाकी एग्रीमेंट की रकम लेने अश्वनी चौधरी, जमींदार कविंद्र , कुलदीप धामा, आर्यन धामा, मास्टर दीपचन्द चौधरी व एक अन्य व्यक्ति गुरुग्राम आए। राजेश के साथ उसका दोस्त अजय कुमार, विनोद कुमार खटाना भी था। कविंद्र ने एक टाईप सुदा व नोटरी सुदा एग्रीमेंट पहले ही बनवा रखा था। राजेश ने उन्हें 40 लाख रुपए नगद व बाकी 55 लाख रुपए का चेक दे दिया।
कुछ दिन बाद जब राजेश ने अश्वनी चौधरी को फोन करके इंवेस्टर से बात कराने को कहा तो वह आज कल करने लगा। कुछ दिन में उसके दोनों नंबर स्वीच ऑफ आने लगे। जिस पर राजेश ने ग्रेटर नोएडा तहसील में जाकर जानकारी ली और पटवारी से मिला तो मुझे उसे पता चला कि कविंद्र केवल सवा 6 बीघा जमीन का मालिक है व जमीन खादर में है। इस जमीन की रजिस्ट्री के लिए जमींदार द्वारा खरीद फरोक्त से पहले नोएडा विकास प्राधिकरण से एनओसी लेनी जरूरी है। कविंद्र सहित इन लोगों का एक गिरोह है जो लोगों से इस तरह की ठगी करता है।पालम विहार में रहने वाले राहुल कुमार के साथ भी इन्होंने ठगी की है। जिसके बाद राजेश ने चेक की पेमेंट स्टॉप करा दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी है।