दिल्ली। दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में 6 जुलाई की रात डीटीसी बस ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने मृतक की दो पत्नियों समेत बेटी को हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है. हत्या के बाद दोनों पत्नियां आपस में संपत्ति का बंटवारा करना चाहती थीं. दूसरी पत्नी जो नजमा से गीता बन गई थी, उसने अपने फुफेरे भाई को हत्या के लिए 15 लाख की सुपारी दी थी. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दक्षिणपुरी में रहने वाली पहली पत्नी गीता (42), कोमल (21) समेत गोविंदपुरी की गीता देवी उर्फ नजमा (28) के तौर पर हुई है. कोमल, संजीव की पहली पत्नी गीता की बेटी है.
साउथ ईस्ट की डीसीपी ईशा पांडे ने बताया कि 6-7 जुलाई की रात मजीदिया अस्पताल से पुलिस को सूचना मिली थी कि गोविंदपुरी के संजीव को अस्पताल लाया गया है. परिजन बता रहे हैं कि कोई दुर्घटना हुई है. सूचना पर पहुंची पुलिस को पता चला कि संजीव को अस्पताल में उसकी पत्नी गीता उर्फ नजमा ने भर्ती कराया था. पुलिस को दिए बयान में नजमा ने बताया कि वह अपने पति और बेटी के साथ सब्जी मंडी से बाइक से घर जा रही थी, तभी उसका पति बाइक से गिर गया. उसे नहीं पता था कि पति को गोली लगी है. इसके बाद पुलिस ने हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की. एसएचओ जगदीश यादव के नेतृत्व में टीम बनाई गई. जांच में पता चला कि शिकायतकर्ता गीता उर्फ नजमा पुलिस को गुमराह कर रही है.
पत्नी ने पुलिस को बताया कि उसके पति संजीव को कालकाजी डिपो के डीटीसी कर्मियों ने गोली मारने की धमकी दी थी. कालकाजी डिपो के डीटीसी कर्मचारियों से पूछताछ की गई. जहां मृतक डीटीसी में ड्राइवर के रूप में काम कर रहा था. हालांकि जांच के दौरान गीता की बातों में कोई सच्चाई नजर नहीं आई.
पुलिस को मृतक की पत्नी गीता उर्फ नजमा पर हत्या का शक हो रहा था. गीता से दोबारा पूछताछ की गई और उसका मोबाइल फोन लिया गया. मोबाइल फोन की जांच की तो पता चला कि उसने नईम नाम के शख्स को संजीव की बाइक की फोटो शेयर की थी. उसने वह तस्वीर 5 जुलाई को ली थी और उसी दिन उसे डिलीट कर दिया था. शक के आधार पर गीता उर्फ नजमा से कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उसने अपराध कबूल कर लिया. महिला ने बताया कि उसके पति ने दो शादियां कर रखी थीं. संजीव के व्यवहार से परेशान होकर उसकी पहली पत्नी गीता अपनी दो बेटियों संग दक्षिणपुरी इलाके मे किराए के मकान में रहती है. पहली पत्नी गीता ने अपनी बेटी कोमल के हाथों नजमा को फोन भेजा था. उस मोबाइल से दोनों आपस में बात करती थीं. नजमा उस मोबाइल को पड़ोस के घर में छिपा देती थी.
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि पहली पत्नी गीता, बेटी कोमल और दूसरी बीवी नजमा ने तीन साल पहले संजीव कुमार की हत्या की योजना बनाई और आपस में संपत्ति बांटने का निर्णय लिया था. फिर तीनों ने मिलकर अपराधिक साजिश रच डाली. नजमा ने अपने बुआ के बेटे इकबाल से उसी मोबाइल फोन से संपर्क किया, जिसे गीता ने नजमा को दिया था. फिर उसे एक शार्प शूटर का इंतजाम करने को कहा गया. इकबाल ने नजमा को शार्प शूटर नईम के संपर्क में आने के लिए कहा. नईम ने हत्या के लिए 15 लाख रुपये में सौदा तय किया.