दिल्ली। दक्षिण दिल्ली के कालकाजी में 2010 में एक स्कूली बच्चे का अपहरण करने और उसकी हत्या करने के आरोप में बिहार से एक बस चालक को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी. पुलिस के अनुसार, आरोपाी को बिहार के शिवहर से गिरफ्तार किया गया है, जिसकी पहचान भरत लाल के रूप में हुई है. बिहार में वह बस चालक के तौर पर काम कर रहा था और अगस्त 2010 में जब यह घटना हुई तब वह ब्लू लाइन बस ड्राइवर था.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी अपने पहचान दस्तावेजों में अपना अंतिम नाम और पता बदलकर गिरफ्तारी से बच रहा था. आरोपी ने मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है और खुलासा किया है कि वह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली छोड़ गया था और उसने अपना नाम भरत लाल से बदलकर भरत राउत करवा लिया था. पुलिस के अनुसार, मृतक लड़के चंदन उर्फ राहुल की मां और शिकायतकर्ता इंदु देवी ने आरोप लगाया था कि 27 अगस्त, 2010 को बस कंडक्टर मोहम्मद दिलशाद का फोन आया, जिसने कहा कि उसके पास उनके बेटे चंदन का स्कूल बैग है, जिसे वह उसके पास से ले सकती हैं. शिकायतकर्ता ने फोन करने वाले से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन मोबाइल फोन स्विच ऑफ मिला. पुलिस ने कहा कि जब उसका बेटा घर नहीं लौटा, तो पीड़िता ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई.
बाद में लापता लड़के का शव ओखला और तुगलकाबाद रेलवे स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर मिला. उन्होंने कहा कि कालकाजी पुलिस थाने में अपहरण-हत्या का मामला दर्ज किया गया था. पूछताछ के दौरान तीन आरोपियों की पहचान हो गई. पुलिस ने कहा कि वे एक ब्लू लाइन बस के कर्मचारी थे और पीड़ित की पिटाई करने में शामिल थे. सभी आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बच रहे थे और प्रत्येक आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था.