सरकारी फ्लैट के आंगन में गाड़ हुआ शव मिला, गिरफ्तार क्लर्क से पूछताछ जारी
दिल्ली। दिल्ली में एक दिल दहला देने वाली एक घटना सामने आई है। इसमें सरोजनी नगर स्थित सर्वे ऑफ इंडिया डिफेंस ऑफिसर कॉम्पलेक्स के सीनियर सर्वेयर महेश कुमार की हत्या कर शव को सरकारी फ्लैट के आंगन में जमीन में गाड़ दिया गया। इसके बाद आरोपी ने आंगन में सीमेंट और कंक्रीट का पक्का फर्श बनवा दिया। वारदात कंपनी के ही क्लर्क अनीस ने की थी। वह पुलिस को काफी दिनों तक गुमराह करता रहा। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर आरके पुरम के सेक्टर-2 में स्थित फ्लैट नंबर-623 के आंगन के पक्के फर्श की खुदाई कर मृतक के शव को बरामद कर लिया।
आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने आफिस की युवती से प्रेम प्रसंग और पैसों के विवाद में हत्याकांड को अंजाम दिया है। पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है। झज्जर, हरियाणा निवासी महेश कुमार(42) सर्वे ऑफ इंडिया डिफेंस ऑफिसर कॉम्पलेक्स में सीनियर सर्वेयर थे।वह झज्जर, हरियाणा में रहते थे और वहीं से रोज ऑफिस आते-जाते थे। वह 28 अगस्त को अचानक गायब हो गए। इसकी आरके पुरम थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। मामला दर्जकर आरके पुरम थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार त्यागी की देखरेख में इंस्पेक्टर सुरेंदर व एसआई पवन की टीम ने जांच शुरू की।
जांच में महेश कुमार के आफिस में कार्यरत क्लर्क पर संदेह हुआ। पूछताछ करने पर वह पुलिस को गुमराह करता रहा। थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार त्यागी ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया। उसकी निशानदेही पर सेक्टर-2 आरके पुरम स्थित मकान नंबर 623 के आंगन में खुदाई कराई गई।पहले छह इंच के पक्के फर्श की खुदाई में सर्वेयर का शव बरामद हो गया। बताया जा रहा है कि ऑफिस में काम करने वाली एक युवती से दोनों की दोस्ती थी। साथ ही आरोपी ने महेश से नौ लाख रुपये लिए थे।
लड़की से दोस्ती कायम रखने और उधार लिया रुपया हड़पने की नीयत से उसने सर्वेयर को अपने मकान नंबर 1121, सेक्टर-2 आरके पुरम में बुलाकर पाने से सिर पर ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी। इस दौरान उसने महेश के सिर के कई टुकड़े कर दिए थे। इसके बाद वह कार से महेश के शव को मकान नंबर 623 में ले गया और आंगन में शव को गाड़ दिया। इस पर छह इंची मोटा पक्का फर्श करा दिया। थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार त्यागी की टीम ने जब आरोपी अनीस से पूछताछ की तो उसने बताया कि महेश गायब होने से पहले उससे मिला था। वह बता रहा था कि उसने नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से मोटी रकम ले ली है। उनके पैसे न लौटाने पड़ें, इसलिए वह गायब हो रहा है। जातेे समय महेश अपना मोबाइल व कार उसे देकर गया है।