Bundi : बच्चों को मिले सुरक्षित बचपन, बाल संरक्षण कार्यों की हो बेहतर मॉनिटरिंग - अतिरिक्त जिला कलेक्टर
बूंदी । जिला बाल संरक्षण इकाई के तत्वावधान में अतिरिक्त जिला कलक्टर हेमराज परिडवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बाल संरक्षण इकाई की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बच्चों के लंबित प्रकरणों को नियमानुसार निस्तारित करने के निर्देश दिए गए। बैठक के दौरान शिक्षा विभाग को जिले …
बूंदी । जिला बाल संरक्षण इकाई के तत्वावधान में अतिरिक्त जिला कलक्टर हेमराज परिडवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बाल संरक्षण इकाई की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बच्चों के लंबित प्रकरणों को नियमानुसार निस्तारित करने के निर्देश दिए गए। बैठक के दौरान शिक्षा विभाग को जिले के सभी राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों में गरिमा पेटी की नियमित मॉनिटरिंग हो। साथ ही इसमें गोपनीयता का विशेष ध्यान रखा जावे।
उन्होंने निर्देश दिए कि एक युद्ध नशे के विरूद्ध के अन्तर्गत जागरूकता अभियान चलाया जावे। इसके अलावा पोक्सो एक्ट और बाल अधिकार के प्रति भी बच्चों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हो।
उन्होंने निर्देश दिए कि रोजगार के लिए स्वयं सेवी संस्थाएं बच्चों के लिए स्किल डेवलपमेंट गतिविधियां आयोजित करें। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि राजकीय अस्पताल में बच्चों की हेल्थ जांच के लिए विशेष सुविधा दी जाए। उन्होंने ने निर्देश दिए कि जिन स्थानों पर बाल श्रम होता है, वहां प्रभावी कार्यवाही की जावे। उन्होंने कोविड संबंधी गाइडलाइंस की अनुपालना करने के निर्देश दिए।
उन्होंने निर्देश दिए कि शिक्षण संस्थाओं के आसपास नशे के उत्पादों की बिक्री नहीं हो। कोई भी व्यक्ति यदि इन स्थानों पर ऐसे उत्पाद बेचता है तो उस पर नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जावे। साथ ही एक युद्ध नशे के विरुद्ध कोटपा अधिनियम 2003 की बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बाल हक ई बॉक्स एवं पोषक माता पिता बने,वात्सल्य अभियान के पोस्टर का विमोचन भी किया।
उन्होंने कहा कि भारत के दवा नियामक DCGI ने चार साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सर्दी और खांसी के कफ सिरप के इस्तेमाल पर रोक लगाते हुए चेतावनी जारी की है। DCGI ने 18 दिसंबर को सभी राज्यों को एक लेटर लिखकर दो दवाओं क्लोरफेनिरामाइन मैलेट और फिनाइलफ्राइन के कॉकटेल का उपयोग करके बनाए गए सिरप की पैकेजिंग पर लेबलिंग इसी के मुताबिक करने को कहा है।
बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ओ पी सामार ,बाल संरक्षरण इकाई के सहायक निदेशक रामराज मीणा, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सीमा पोद्दार,सदस्य मीनाक्षी मेवाड़ा, बाल संरक्षण अधिकारी गोविंद कुमार गौतम, दीपिका वशिष्ठ, घनश्याम दुबे, छुट्टन लाल शर्मा, किशोर न्याय बोर्ड सदस्य रामदेव गोचर, जयश्री लखोटिया , शिक्षा विभाग सहायक निदेशक धनराज मीणा , रोहित, चाइल्ड लाइन के राम नारायण, परिता,रामनारायण, टैगोर बाल गृह से दीपक ओझा सहित श्रम विभाग, आबकारी बिभाग, महिला अधिकारिता विभाग,स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रभारी, कर्मचारीगण आदि मौजूद रहे।