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Bulli Bai App Case: कोर्ट ने आरोपी श्वेता सिंह की जमानत याचिका पर पुलिस से दो दिन के भीतर मांगा जवाब, जानिए क्या था पूरा मामला
jantaserishta.com
5 Feb 2022 11:56 AM GMT
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मुंबई: बुल्ली बाई ऐप के जरिए मुस्लिम महिलाओं को टारगेट करने के मामले में मुंबई सत्र न्यायालय ने गिरफ्तार 18 वर्षीय आरोपी श्वेता सिंह की जमानत याचिका पर पुलिस से दो दिन के भीतर जवाब देने को कहा है. जिसके बाद अब कोर्ट मामले की सुनवाई 8 फरवरी को करेगा. बता दें कि इस मामले में अब तक 4 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं.
बुल्ली बाई मामले में जहां मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने तीन आरोपियों को दबोचा तो वहीं इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड दिल्ली पुलिस के हाथ लगा. बुल्ली बाई ऐप पर 100 मुस्लिम महिलाओं को टारगेट किया गया और उनकी तस्वीरें इस्तेमाल की गई. उनमें अभिनेत्री, सेलिब्रिटी, पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता महिलाएं शामिल हैं. इस मामले के सोशल मीडिया पर छाने और सुर्खियों में आने के बाद मुंबई पुलिस भी हरकत में आ गई. जिसके बाद जांच शुरू हुई और आरोपियों तक पुलिस पहुंच ही गयी.
कौन है बुल्ली बाई केस में आरोपी श्वेता सिंह
Bulli Bai केस में दूसरी गिरफ्तारी उत्तराखंड के उधम सिंह नगर की रहने वाली श्वेता सिंह की हुई, उसकी उम्र 18 साल है. उसने कुछ ही समय पहले 12वीं पास की थी. उसकी मां की मौत कई साल पहले हुई थी. और कुछ माह पहले पिता भी कोरोना की वजह से चल बसे. परिवार में अब केवल 3 बहनें और उनका एक 10 साल का छोटा भाई है. श्वेता की बहनों का कहना है कि उसको न तो किसी से कोई मतलब था और न ही वो किसी भी गलत काम में पड़ती थी. उसे सोशल मीडिया पर एक लड़का मिला था, जिसके कहने पर उसने अकाउंट बनाया था. उसकी बहने कहती हैं कि वे किराये के मकान में रहते हैं. उनका कोई नहीं है. सरकार की वात्सलय योजना के तहत उन्हें जो पैसे मिलते हैं. उसी से वे गुजारा करती हैं. श्वेता की गिरफ्तारी के बाद मकान मालिक ने उन्हें घर खाली करने के लिए कह दिया है.
क्या है Bulli Bai ऐप?
Bulli Bai नाम के ऐप पर मुस्लिम महिलाओं को टारगेट किया जा रहा था. ऐप पर उनके खिलाफ नफरत और गंदी-गंदी बातें लिखी जा रही थीं. दरअसल, Bulli Bai ठीक उसी तर्ज पर काम करता था, जिस तर्ज पर कुछ दिन पहले Sulli Deal App आया था. Bulli Bai और Sulli deal को Github पर लॉन्च किया गया था.
मुस्लिम महिलाओं को किया टारगेट
बुल्ली बाई ऐप पर उन सौ मुस्लिम महिलाओं को टारगेट किया गया, जो ट्विटर और फेसबुक पर दमदार मौजूदगी रखती हैं. इन पीड़िताओं में मीडिया समेत दूसरे फील्ड में काम करने वाली जानी-मानी महिलाएं शामिल हैं. इन महिलाओं ने शिकायत की है कि उस घटिया ऐप और प्लेटफॉर्म पर उनके नाम और फोटो का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस ऐप की करतूत पर कई लोगों ने सोशल मीडिया पर नाराजगी जताई.
क्राइम ब्रांच ने की तीन गिरफ्तारी
इस मामले में सबसे पहले मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक्शन लिया और उत्तराखंड के उधम सिंह नगर से श्वेता सिंह नाम की लड़की को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही क्राइम ब्रांच की दूसरी टीम ने बेंगलुरु में दबिश दी और वहां से विशाल कुमार नामक दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. और फिर मुंबई क्राइम ब्रांच ने तीसरे आरोपी मयंक रावल को भी उत्तराखंड से पकड़ लिया.
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