दिल्ली। आज से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र के दौरान राज्यसभा में कुल 29 बैठकें होंगी। राज्यसभा सचिवालय से जारी बयान में कहा गया है कि बजट सत्र के पहले भाग में 31 जनवरी से 11 फरवरी के बीच 10 बैठकें होंगी। ये बैठकें 40 घंटे चलेंगी। दूसरे भाग में 14 मार्च से 8 अप्रैल के बीच 19 बैठकें होंगी, जिनकी अवधि 95 घंटों की होगी। इस तरह बजट सत्र के दोनों भागों में राज्यसभा में कुल 135 घंटे बैठकें चलेंगी।
सरे भाग में बैठकों के लिए 70 फीसदी समय रखा गया है। 29 में से 27 बैठकों के दौरान कागजात और रिपोर्ट रखने के अलावा सार्वजनिक महत्व के मुद्दों को उठाने के लिए हर दिन राज्यसभा में शून्यकाल को घटाकर 30 मिनट कर दिया गया है। सत्र के दौरान 6 दिनों में गैर सरकारी सदस्यों के कामकाज के लिए कुल 15 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। सदन के दूसरे भाग के पहले सप्ताह के दौरान शुक्रवार का अवकाश होने के कारण गैर सरकारी सदस्यों के विधेयकों को बृहस्पतिवार को लिया जाएगा।
विपक्ष ने तैयार की रणनीति
कांग्रेस ने बजट सत्र में कोरोना प्रभावित परिवारों के लिए राहत पैकेज, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों से जुड़े मुद्दे, सीमा पर चीन के साथ गतिरोध और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का फैसला किया है। पार्टी का कहना है कि सीमा पर चीन की बढ़ती आक्रामकता और उसके साथ चल रहे गतिरोध, महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था की स्थिति, एयर इंडिया तथा दूसरी सरकारी कंपनियों के निजीकरण तथा किसानों से जुड़े मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा। वहीं, लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने पेगासस मुद्दे पर संसद के निचले सदन को कथित रूप से गुमराह करने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग की है।
केंद्रीय बजट 2022 को मंजूरी के लिए बैठक एक फरवरी को
संसद सत्र का कामकाज सुचारू रूप से चलाने के लिए राज्यसभा के सभापति एवं उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी सोमवार को राजनीतिक दलों के सदनों में नेताओं के साथ बैठक करेंगे। कार्य मंत्रणा समिति की बैठक भी सोमवार को होगी। वहीं, केंद्रीय बजट 2022 को मंजूरी देने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक एक फरवरी को सुबह 10:10 बजे होने वाली है।