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गुजरात एटीएस (Gujarat ATS) ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में बीएसएफ के एक जवान को गिरफ्तार (BSF Personal Arrest) किया है
गुजरात एटीएस (Gujarat ATS) ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में बीएसएफ के एक जवान को गिरफ्तार (BSF Personal Arrest) किया है. आरोप है कि कच्छ भुज में तैनात पाकिस्तान को देश की खुफिया जानकारी दे रहा था. इस बता के सामने आने के बाद एटीएस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. एटीएस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी जवान जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के सरुला गांव का रहने वाला है. जवान सज्जाद कच्छ गांधीधाम में बीएसएफ की 74वीं बटालियन की 'ए' कंपनी में तैनात है. एटीएस ने बताया कि सज्जाद 2012 में बतौर कॉन्स्टेबल बीएसएफ में शामिल हुआ था.
गुजरात एटीएस की टीम ने आरोपी जवान सज्जाद आज गिरफ्तार किया है. बीएसएफ के जवान को कथित तौर पर पैसे के बदले कच्छ भुज में बीएसएफ मुख्यालय से पाकिस्तान में एक हैंडलर को सीक्रेट इंफोर्मेशमन भेजने के आरोप (Spying For Spying) में गिरफ्तार किया है. एटीएस अधिकारियों ने कहा कि सज्जाद व्हाट्सएप मैसेज के जरिए खुफिया जानकारी पाकिस्तान को भेज रहा था. एटीएस की तरफ से से बयान जारी कर कहा गया है कि उन्हें भरोसेमंद सूत्रों से जानकारी लीक करने का इनपुट मिला था. बताया गया था कि बीएसएफ जवान अपने सेलफोन से पड़ोसी देश को बीएसएफ की गोपनीय और संवेदनशील सूचनाएं (Secret Information Leak) भेजने में शामिल है.
पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था जवान
एटीएस ने बताया कि आरोपी सज्जाद अपने आधार कार्ड में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का इस्तेमाल देश की जानकारी भेजने के लिए कर रहा था. उसके पास से जम्मू-कश्मीर का रजिस्टर्ड पासपोर्ट भी मिला है, जिसका उपयोग करके उसने 1 दिसंबर, 2011 को पाकिस्तान की यात्रा की थी. सज्जाद 1 दिसंबर, 2011 से 15 जनवरी, 2012 तक 46 दिनों के लिए पाकिस्तान में रहा था. उन्होंने कहा कि जांच मे सामने आया है कि सज्जाद एक और सिम कार्ड और कॉल डिटेल रिकॉर्ड का भी इस्तेमाल कर रहा था. उसके हैंडसेट के आईएमईआई नंबर की जांच की गई जिससे पता चला कि सज्जाद ने 14 और 15 जनवरी 2021 को तीसरे सिम कार्ड का भी इस्तेमाल किया था.
तीसरा सिम त्रिपुरा में एक सत्यपाल घोष के नाम से रजिस्टर्ड था. उसके सीडीआर की जांच से पता चला कि यह 7 नवंबर, 2020 को एक्टिव हुआ था. शुरुआत में इस सिम पर मोबाइल नेटवर्क कंपनी से दो कॉल किए गए थे और यह 7, 8 और 9 नवंबर 2020 को एक्टिव था. सिम कार्ड 10 नवंबर, 2020 से 25 दिसंबर, 2020 तक एक्टिव नहीं था. इसके बाद 25 दिसंबर, 2020 को सिम फिर से सक्रिय हो गया और 15 जनवरी, 2021 को दोपहर लगभग 12:38 बजे इससे व्हाट्सएप रजिस्टर किया गया. लेकिन तबाद में सिम बंद हो गया.
व्हाट्सएप पर भेज रहा था खुफिया जानकारी
एटीएस ने कहा कि सज्जाद को कथित तौर पर उसके भाई वाजिद और दोस्त इकबाल राशिद के खातों के माध्यम से पैसे भेजे गए थे.जांच से पता चला है कि आरोपी ने अपने फोन पर आए ओटीपी को पाकिस्तान में विशेष सिम पर व्हाट्सऐप रजिस्टर करने के लिए भेजा था. फिलहाल उस खास सिम पर उसका व्हाट्सएप चल रहा है. उन्होंने कहा कि इसका इस्तेमाल पाकिस्तान में किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जा रहा है जो सज्जाद के संपर्क में था. उसे कच्छ भुज में बीएसएफ स्टेशन मुख्यालय से गिरफ्तार किया गया और तलाशी लेने पर उसके कब्जे से दो मोबाइल के साथ ही दो एक्स्ट्रा सिम बरामद किए गए थे. इस मामले की जांच की जा रही है.
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