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राजधानी दिल्ली की तरह यूपी में भी इन दिनों वायु प्रदूषण (UP Air Pollution) तेजी से बढ़ रहा है
राजधानी दिल्ली की तरह यूपी में भी इन दिनों वायु प्रदूषण (UP Air Pollution) तेजी से बढ़ रहा है. लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण की वजह से लोगों का सांस लेना मुहाल हो गया है. ताज नगरी आगरा और भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. दोनों ही शहरों में हवा की गणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के करीब पहुंच गया है. पिछले तीन दिनों से एक्यूआई 400 के पास बना हुआ है, इसे प्रदूषण का खतरनाक स्तर माना जाता है. आगरा और मथुरा की हवा खराब होने की वजह से अस्थमा के मरीजों को काफी परेशानी झलनी पड़ रही है. वायु प्रदूषण के मामले में आगरा की स्थिति बहुत ही गंभीर बनी हुई है.
दिवाली के बाद आगरा (Agra Pollution) की आवोहवा इस कदर खराब हो गई है कि एसएन मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल की ओपीडी में 4881 में से 940 मरीज धूल और धुएं की वजह से परेशान हैं. ये मरीज धूल और धुएं से हो रही परेशानी की वजह से डॉक्टर्स से परामर्श लेने पहुंचे. सांस और दमा से मरीजों का स्थिति काफी खराब हो गई है. हालात ये हो गए हैं कि आगरा में अस्थमा के 2 मरीजों समेत कुल 7 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. खराब हवा की वजह से लोगों की आंखों (Eye Problem) में भी काफी परेशानी हो रही है.
प्रदूषण की वजह से आंखों में हो रही जलन
नेत्र रोग विभाग की डॉक्टर शेफाली मजूमदार का कहना है कि वायु प्रदूषण की वजह से आंखों में जलन और खुजली की शिकायतें सामने आ रही हैं. बच्चों में भी आंखों से संबंधित परेशानी बड़े स्तर पर देखी जा रही है. खराब हवा की वजह से आंखों में खुजली,पानी आना और जलन की परेशानी से लोगों को जूझना पड़ रहा है. प्रदूषण की वजह से मरीजों के गले में खराश, दर्द, सूजन जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं. आगरा मेडिकल कॉलेज के टीवी वार्ड में इन दिनों करीब 20 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. वहीं प्रदूषण के बढ़ते स्तर की वजह से बच्चों को टांसिल की परेशानी से भी जूझना पड़ रहा है. साथ ही लोगों में एलर्जी की दिक्कतें भी सामने आ रही हैं.
धूल भरी हवा में कार्बन जैसे तत्वों की वजह से त्वचा के ऊपरी हिस्से में खुजली हो रही है. बढ़ते प्रदूषण पर आगरा के डीएम प्रभु एन सिंह ने कहा कि वायु प्रदूषण बढ़ने का कोई स्थानीय कारण नहीं है. हालांकि विभागों को निर्माण वाली जगहों पर पानी के छिड़काव के आदेश दे दिए गए हैं. प्रशासन की तरफ से लगातार कोशिशें की जा रही हैं, जिससे प्रदूषण कम हो सके.
486 पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स
आगरा में पिछले 24 घंटों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 486 दर्ज किया गया. रिकॉर्ड के मुताबिक पिछले 5 सालों में पहली बार आगरा की हवा इस कदर खराब हुई है जब लोगों का सांस लेना दोभर हो रहा है. ताजमहल के साथ ही आगरा के दूसरे स्मारकों की के ऊपर धुंध की घनी चादर छा गई है. हालात ये हैं कि 100 कमी दूर से भी ताज महल साफ नहीं दिख रहा है. पिछले तीन दिनों से आगरा में हवा की गति भी कम है इसी वजह से प्रदूषण और भी बढ़ रहा है. आगरा की तरह मथुरा में भी एक्यूआी खतरनाक स्तर पर बना हुआ है. जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
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