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BREAKING: ऑनलाइन सट्‌टा लगाने के लिए की लाखों रुपए की ठगी

Shantanu Roy
23 Dec 2024 4:05 PM GMT
BREAKING: ऑनलाइन सट्‌टा लगाने के लिए की लाखों रुपए की ठगी
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बड़ी खबर
Ajmer. अजमेर। RPSC की ग्रेड सेकंड टीचर भर्ती परीक्षा में नियुक्ति दिलाने के नाम पर लाखों रुपए हड़पने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने ठगे रुपयों से क्रिकेट में ऑनलाइन सट्‌टा लगाया था। अजमेर पुलिस टीम उसे यूपी से गिरफ्तार कर लेकर आई है। क्लॉक टावर थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया- आरोपी भानू प्रताप सिंह (36) पुत्र खेन्द्रपाल सिंह है। आरोपी की तलाश के लिए साइबर सेल की मदद ली और सबूत जुटाए थे। लोकेशन ट्रेस के बाद टीम यूपी गई और एटा जिले के ग्राम गहला तहसील
जलेसर थाना
सकरोली जाकर आरोपी को पकड़ा। थाना प्रभारी ने बताया- आरोपी अजमेर में अपनी बहन के घर में रहता था। यहां रहते हुए टीचर सहित पांच लोगों को झांसे में लिया। RPSC में अधिकारी को अपना परिचित बताकर द्वितीय श्रेणी भर्ती परीक्षा-2018 की वेटिंग लिस्ट में वीआईपी कोटे से सिलेक्शन करवाने का विश्वास दिलाया। इसके बदले लगभग 38 लाख 87 हजार रुपए लेकर भाग गया था। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी भानुप्रताप सिंह साल 2018 से क्रिकेट का ऑनलाइन स‌ट्टा खेलने का आदि है। ठगे गए रुपयों को भी ऑनलाइन क्रिकेट में सट्टा में उड़ा दिया।


थाना प्रभारी ने बताया- आरोपी को 19 दिसंबर को यूपी से पकड़कर अजमेर लेकर आए। 20 दिसंबर को कोर्ट में पेश कर 23 तक रिमांड पर लिया गया। आज रिमांड अवधि पूरी होने पर वापस कोर्ट में पेश कर 3 दिन के रिमांड पर लिया गया। अजमेर में मलूसर रोड के रहने वाले नरेंद्र पाल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। रिपोर्ट में बताया था कि वह 2021 में न्यू मॉडल सेकेंडरी स्कूल में नौकरी के लिए गया था। वहां स्कूल के टीचर भानू प्रताप सिंह (36) पुत्र खेन्द्रपाल सिंह से मुलाकात हुई थी। वह अजमेर में पीडब्ल्यूडीजी-28 के पीछे मीरशाह अली जयपुर रोड पर अपनी बहन के मकान में रहता था। आरोपी उसके घर भी आने-जाने लगा था। अगस्त 2021 में घर आकर कहा कि उसकी आरपीएससी में एक अधिकारी से अच्छी जान-पहचान है। साल 2018
सेकंड ग्रेड
टीचर भर्ती परीक्षा की वेटिंग लिस्ट बाकी है। अगर किसी ने बीएड कर रखी है तो उसका सिलेक्शन करवा देगा। इसके बदले एक अभ्यर्थी के करीब 8 लाख रुपए देने होंगे। इसके बाद नरेंद्र पाल ने अपने दोस्त हरिवंश सिंह की पत्नी , हर्ष चौहान की बहन और रोशन व भेरुजी से बात की। सभी ने आरोपी को नवंबर 2021 से अगस्त 2023 तक ऑनलाइन, बैंक, कैश के जरिए लगभग 38 लाख 87 हजार रुपए दे दिए। अगस्त 2023 के बाद लिस्ट में नाम नहीं आने पर जब आरोपी से रुपए मांगे। तब उसने कहा कि दो-तीन महीने में वह पैसे लौटा देगा। इसके बाद वह अपनी बहन का घर छोड़कर आगरा चला गया। क्लॉक टावर थाना पुलिस ने पीड़ित टीचर की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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