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जांच में हुआ बड़ा खुलासा
Nalanda. नालंदा। नालंदा में आम के पेड़ से लटका हुआ एक अधेड़ का शव बुधवार को बरामद किया गया है। मृतक चण्डी थाना क्षेत्र के सैदबरही गांव निवासी रामाशीष प्रसाद का बेटा अनिल प्रसाद (45) है। अनिल प्रसाद के पास के पॉकेट से एक कागज भी बरामद किया गया है। जिसमें यह लिखा गया है कि "अजय और रोहित मिलकर मुझे डराने लगे और पटना वाले डेरा को बंद करवा दिया। हम रोड पर आ गए। अजय कुमार के पास मेरा 11 लाख 95 हजार है, जो पूरा गांव जानता है। यह सब रोहित और अजय ने मिलकर किया है। अजय कुमार, विमल प्रसाद का बेटा है। वह पंचवटी नगर के लदुआपुल छबीलापुर रोड में रहता है।
अनिल के साले मिथलेश प्रसाद ने बताया कि एक केस के सिलसिले में लहेरी पुलिस रात 1 बजे घर आई थी। घर में सीढ़ी लगाकर पुलिस घर में पहुंची। किसी तरह अनिल वहां से फरार हो गया। घर में पुलिस ने महिलाओं और बच्चों के साथ मारपीट की। इस दौरान मोबाइल, सोने की चेन, बाइक और 5 हजार रुपए नगद भी ले लिया। बिना स्थानीय पुलिस के सूचना के ही लहेरी पुलिस घर पहुंची थी। इसके बाद आज सुबह आम के पेड़ से शव लटका हुआ पाया गया। परिजनों का कहना है कि अजय और रोहित दोनों सेटर है। नौकरी लगाने के नाम पर दोनों ने पैसा लिया था। पैसा लौटाने के लिए उन लोगों के द्वारा धमकी दी जा रही थी। पॉकेट में मिले कागज के अनुसार इस घटना के जिम्मेदार अजय और रोहित हैं।
दरअसल झारखंड के जगन्नाथ थाना क्षेत्र के जगन्नाथपुर शिव मंदिर निवासी बिरशा उरांव की पत्नी खुशबू कुमारी ने 2 साल के बेटे के अपहरण के मामले में चार लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। दर्ज प्राथमिकी में रोहित मास्टर, अनिल मास्टर, बिहारी जी और मृत्युंजय कुमार को आरोपी बनाया गया था। इस मामले में रोहित मास्टर पहले ही गिरफ्तार हो चुका है और वह फिलहाल बिहार शरीफ मॉडल कारा में है। खुशबू डांस प्रोग्राम करती है। उसे रोहित ने डांस प्रोग्राम के लिए नालंदा बुलाया था। 5 जून को वह रोहित के किराए के कमरे पर पहुंची थी। रोहित ने खुशबू को हरियाणा के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भेज दिया और उसने कहा कि वह अपना बच्चा उसे दे दे। वह उसकी देखभाल कर लेगा। खुशबू जब हरियाणा से 20 जून को लौटी तो उसने अपने बच्चे की मांग की। रोहित ने शाम में बच्चे को सौंपने की बात कही। इसके बाद उसने मोबाइल पर मैसेज किया कि उसके बच्चे के इलाज के लिए 12 हजार रुपए उसने खर्च किए है। 12 हजार रुपए लौटाने पर ही उसका बच्चा वह वापस देगा। तभी खुशबू को पता चला कि रोहित मास्टर उसके बच्चे को बेचने की बात कह रहा है। इस कांड में अनिल मास्टर, बिहारी जी और मृत्युंजय भी शामिल है।
इस मामले में लहेरी थाना अध्यक्ष रंजीत कुमार रजक ने बताया कि बच्चे के अपहरण के मामले में पुलिस अनिल प्रसाद के घर बुधवार की अहले सुबह गई थी। वह घर पर नहीं था। पुलिस, परिवार को अनिल प्रसाद को सरेंडर करने की बात कहकर घर से लौट आई। परिवार के द्वारा लगाया जा रहा आरोप बेबुनियाद है। रोहित ने पुलिस के सामने यह स्वीकार किया था कि उसने 2 लाख में बच्चे को अनिल प्रसाद के हाथों बेचा था। फिलहाल बच्चे की बरामदगी के प्रयास में पुलिस जुटी हुई है। वहीं अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। चंडी थाना अध्यक्ष सुमन कुमार ने बताया कि प्लास्टिक के फंदे से आम के पेड़ से लटका हुआ अनिल प्रसाद का शव बरामद किया गया है। पॉकेट में मिले सुसाइड नोट में अजय कुमार और रोहित कुमार को जिम्मेदार ठहराया गया है। फिलहाल परिजनों के द्वारा आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच में जुट गई है। लहेरी थाने के एक कांड में अनिल प्रसाद नामजद थे। इसी सिलसिले में पुलिस रेड करने पहुंची थी।
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