भारत

BREAKING: लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे की जमानत याचिका खारिज

Shantanu Roy
5 Aug 2024 5:51 PM GMT
BREAKING: लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे की जमानत याचिका खारिज
x
बड़ी खबर
Gopalganj: गोपालगंज। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े एक सदस्य दिनेश सिंह रावत की गोपालगंज कोर्ट ने सोमवार (05 अगस्त) को जमानत याचिका खारिज कर दी है. वह राजस्थान का रहने वाला है. अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम शैलेंद्र कुमार राय की अदालत ने जमानत याचिका खारिज की. जमानत याचिका खारिज करने के लिए जिला अभियोजन पदाधिकारी ओमप्रकाश सिन्हा ने विरोध किया, वहीं बचाव पक्ष से वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश पाठक बहस कर रहे थे. अब जिला एवं सत्र न्यायाधीश की कोर्ट में बचाव पक्ष के अधिवक्ता जमानत के लिए अर्जी लगाने की तैयारी में हैं। गिरफ्तार दिनेश सिंह रावत राजस्थान के अजमेर जिले के मांगलीयावास थाना क्षेत्र के केसरपुर निवासी नारायण सिंह का पुत्र है. वहीं, इसके पहले 30 जुलाई को कोर्ट ने मुजफ्फरपुर के गायघाट थाना क्षेत्र के बोवारी गांव निवासी शंतनु शिवम की जमानत याचिका खारिज कर दी थी. वहीं, जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई के तीसरे गुर्गे राजस्थान के अजमेर जिला के कमल राव की जमानत लेने के लिए उसके परिजन अधिवक्ता के माध्यम से लगे हुए हैं।

बता दें कि 22 जुलाई को गोपालगंज के कुचायकोट थाना क्षेत्र अंतर्गत बलथरी चेकपोस्ट से दो बदमाशों को गिरफ्तार किया था. नागालैंड नंबर की एक बस से दोनों जा रहे थे. इनके पास से ऑस्ट्रिया निर्मित चार ग्लोक पिस्टल और आठ मैगजीन को पुलिस ने बरामद किया था. गिरफ्तार किए गए हथियार तस्करों में मुजफ्फरपुर के गायघाट थाना क्षेत्र के बोवारी गांव का शंतनु शिवम और राजस्थान के अजमेर जिले का रहने वाला कमल राव था। इन तस्करों से पूछताछ के बाद पुलिस ने एसटीएफ की मदद से तीसरे गुर्गे दिनेश सिंह रावत को 24 जुलाई को गिरफ्तार किया था. फिलहाल तीनों जेल में बंद हैं. वहीं, इनसे पूछताछ के बाद राजस्थान के राहुल रावत और भूपेंद्र सिंह रावत के साथ गैंग की मॉनिटरिंग कर रहे एसके मीणा उर्फ मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा का नाम आया है. फरार राहुल रावत और भूपेंद्र सिंह रावत पर 50-50 हजार का इनाम रखा है. वहीं, एसके मीणा उर्फ मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा पर एक लाख के इनाम अनुशंसा की गई है. बिहार पुलिस ने इन तीनों पर इनाम रखा है. मयंक उर्फ सुनील मीणा विदेश में छिपा हुआ है. विदेशी हथियारों की तस्करी में तीनों का नाम आया था. इंटरपोल की मदद से गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगी हुई है।
Next Story