सुंदरनगर। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय ने डीएसटी के सहयोग से सुंदरनगर में एसटीईएम परीक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष आउटरीच प्रोग्राम का आयोजन किया। इसका उद्देश्य भारत के भविष्य के वैज्ञानिकों को तैयार करना है, और इसमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग का साथ होगा। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का विज्ञान आउटरीच प्रोग्राम एसटीईएम परीक्षा को एक नई …
सुंदरनगर। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय ने डीएसटी के सहयोग से सुंदरनगर में एसटीईएम परीक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष आउटरीच प्रोग्राम का आयोजन किया। इसका उद्देश्य भारत के भविष्य के वैज्ञानिकों को तैयार करना है, और इसमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग का साथ होगा। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का विज्ञान आउटरीच प्रोग्राम एसटीईएम परीक्षा को एक नई दिशा देगा, जिसमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख डॉ प्रेम सिंह, छात्रों को एसटीईएम विषयों में प्रोत्साहित करने के लिए आयोजन करेंगे। छात्रों को एसटीईएम विषयों की ओर प्रोत्साहित करने के लिए सुंदरनगर में इंस्पायर प्रोग्राम भी आयोजित किया जाएगा। यह सीरीज का पहला कदम है, और इसके माध्यम से छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, और गणित विषयों में रुचि बढ़ाने और उन्हें उनके करियर के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया जा रहा है।
इस आयोजन में राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी समिति एएसटीसीए भारत सरकार के डीएसटी विभाग के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और प्रमुख वैज्ञानिक डॉ प्रेम सिंह ने शामिल होकर छात्रों को मार्गदर्शन किया। इस प्रोग्राम में लगभग 411 छात्रों ने भाग लिया और यह सुंदरनगर में आयोजित पहला इंस्पायर प्रोग्राम था। प्रोग्राम के दौरान डॉ प्रेम सिंह ने बताया श्वैश्विक परिवर्तन एक निरंतर प्रक्रिया है और 21वीं सदी में कौशल के विकास को प्रोत्साहित करना हमारी जिम्मेदारी है। इसके साथ साथ सुंदरनगर के स्कूलों के बच्चों द्वारा बनाए गए मॉडल्स में 15 हजार का प्रथम पुरस्कार महावीर पब्लिक स्कूल सुंदरनगर, द्वितीय पुरस्कार बीएसएल मॉडल स्कूल सुंदरनगर को 10 हजार और तृतीय स्थान पर रहे पैराडाइस पब्लिक स्कूल सुंदरनगर के बच्चों को 5 हजार की राशि मुख्यतिथि ने भेंट की ।