भारत

ब्रेन डेड महिला टीचर ने पांच लोगों को दी नई जिंदगी, जानें कहा हुआ ऐसा

Nilmani Pal
22 Sep 2022 3:25 PM GMT
ब्रेन डेड महिला टीचर ने पांच लोगों को दी नई जिंदगी, जानें कहा हुआ ऐसा
x

न्यूज़ क्रेडिट: आज तक 

पढ़े पूरी खबर

वलसाड: गुजरात के वलसाड की रहने वाली एक महिला टीचर ब्रेन डेड होने के बाद पांच लोगों को नई जिंदगी दे गई. टीचर को बीते दिनों उनके परिवार के लोगों ने सर दर्द की शिकायत होने के बाद इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था. डॉक्टरों ने टीचर को ब्रेन डेड घोषित कर दिया था.

महिला टीचर के ऑर्गन डोनेट कर उनके परिवार ने समाज को बड़ा संदेश दिया है. वलसाड नानकवाडा हालर रोड स्थित नंदन पार्क सोसायटी में रहने वाली 26 वर्षीय पलक तेजस एक मॉर्डन सरकारी स्कूल में शिक्षिका के रूप में कार्यरत थीं. 11 सितंबर की रात अचानक पलक के सिर में दर्द होने के साथ उल्टियां शुरू हो गईं थीं.
परिवार वाले पलक को तुरंत इलाज के लिए वलसाड के कस्तूरबा अस्पताल ले गए. अस्पताल में जांच पड़ताल के बाद डॉक्टर भौमिक ठाकोर और डॉक्टर धीरेन हाडा ने पलक का ब्रेन हेमरेज होने की जानकारी दी.
इसके बाद टीचर को सूरत के किरण हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. वहां डॉक्टरों ने टीचर पलक चांपानेरी को ब्रेन डेड घोषित कर दिया. इस मामले की जानकारी जब सूरत की ऑर्गन डोनेशन के लिए काम करने वाली डोनेट लाइफ संस्था के फाउंडर डायरेक्टर निलेश मांडलेवाला को हुई, तो उन्होंने अस्पताल जाकर टीचर के परिवार से संपर्क किया.
उन्होंने टीचर के परिवार को ऑर्गन डोनेट करने के लिए समझाया. इसके बाद टीचर का परिवार ऑर्गन डोनेट करने के लिए राजी हो गया. निलेश मांडलेवाला ने बताया, "टीचर के ऑर्गन डोनेट में दो किडनी मिलीं, जिसमें से एक 43 साल के और दूसरी 35 साल के पुरुष के शरीर में ट्रांसप्लांट कर दी गई.
बुजुर्ग को ट्रांसप्लांट किया गया लिवर
टीचर का लिवर बड़ौदा के 65 वर्षीय बुजुर्ग को ट्रांसप्लांट किया गया. इसी तरह टीचर के दोनों नेत्रों का दो अलग-अलग लोगों में ट्रांसप्लांट करवाकर, उन्हें दुनिया देखने की नई दृष्टि दी गई. टीचर पलक के परिवार ने उनके ऑर्गन डोनेट कर पांच लोगों को नई जिंदगी दी है.
अंग दान के लिए अभियान चला रही है संस्था
सूरत की डोनेट लाइफ संस्था कई वर्षों से ऑर्गन डोनेट के लिए जन जागृति अभियान चला रही है. संस्था के इस प्रयास से सैकड़ों लोगों को नई जिंदगी मिली है. डोनेट लाइफ संस्था ने अब तक दक्षिण गुजरात से 1028 अंग और टिश्यू का दान करवाया गया है.
इसमें 432 किडनी, 184 लीवर, 8 पैंक्रियाज, 40 हार्ट, 26 फेफड़े, 4 हाथ और 334 नेत्र दान से कुल 941 लोगों को नया जीवन, नई दृष्टि मिली है.
Next Story