भारत
समलैंगिक विवाह रोकने के लिए ब्राह्मण महासभा ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र
Shantanu Roy
5 May 2023 6:27 PM GMT
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सहरसा। भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समलैंगिक विवाह को मान्यता दिये जाने पर भारतीय समाज के लोग अचंभित है। इस कानून को निरस्त किये जाने की मांग विभिन्न सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन द्वारा किया जा रहा है।इस कड़ी मे ब्राह्मण महासभा ने भी राष्ट्रपति के नाम पत्र लिखकर इस पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है। पत्र के माध्यम से उन्होने कहा कि विगत कुछ दिन पूर्व भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने समलैंगिक एवं विपरीत लिंगी आदि व्यक्तियों के विवाह के अधिकार को विधि मान्यता देने का निर्णय लेने की तत्परता दिखाई है। जिससे हमारी संस्कृति और सभ्यता को ठेस पहुंची है।
ब्राह्मण महासभा सहरसा के अध्यक्ष ने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति महोदया को चिट्ठी लिख कर अनुरोध किया गया है कि इसमें महामहिम महोदया संज्ञान ले ताकि अपनी संस्कृति को बचाया जा सके। ब्राह्मण महासभा सहरसा के कोषाध्यक्ष रौशन मिश्रा ने कहा कि भारत में विवाह का एक सभ्यतागत पारंपरिक महत्त्व है। भारतीय सभ्यता से पूरे विश्व सिख लेती है।जहां पश्चिमी विचारधारो के लोग हमारी सभ्यता संस्कृती से सीख कर जीवन जीना चाहते है। हम लोग पश्चिमी विचारो से प्रभावित हो रहे है जो काफ़ी दुखद है। चार पन्नों का पत्र संगलन करते हुए अध्यक्ष डब्बू मिश्रा ने कहा की आशा है महामहिम राष्ट्रपति महोदया इस पत्र पर संज्ञान लेंगी।
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Shantanu Roy
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