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ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच बूस्टर खुराक कारगर : ब्रिटिश अध्ययन

Renuka Sahu
11 Dec 2021 2:42 AM GMT
ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच बूस्टर खुराक कारगर : ब्रिटिश अध्ययन
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फाइल फोटो 

कोरोना वैक्सीन की तीसरी बूस्टर खुराक कोरोना वायरस के ओमिक्रोन स्वरूप से होने वाले संक्रमण के मामलों में 70 से 75 प्रतिशत तक सुरक्षा मुहैया कराती है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना वैक्सीन की तीसरी बूस्टर खुराक (डोज़) कोरोना वायरस के ओमिक्रोन स्वरूप से होने वाले संक्रमण के मामलों में 70 से 75 प्रतिशत तक सुरक्षा मुहैया कराती है. ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSA) ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी.

एजेंसी ने नवीनतम तकनीकी जानकारी देते हुए बताया कि ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका- भारत में कोविशील्ड नाम से- और फाइजर/बायोनटेक वैक्सीन की दो खुराक मौजूदा समय में सबसे ज्यादा प्रसारित कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के मुकाबले लक्षण वाले संक्रमण में 'बहुत कम सुरक्षा' देती हैं.
हालांकि, देखा गया है कि तीसरी खुराक वायरस के नए स्वरूप के प्रति प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है. यह अध्ययन ओमिक्रोन के 581 मामलों के विश्लेषण पर आधारित है. यूकेएचएसए ने कहा, "मौजूदा रूझान में बदलाव नहीं होता है तो इस महीने के अंत तक ब्रिटेन में संक्रमितों की संख्या 10 लाख को पार कर जाएगी."
एजेंसी ने कहा, "वैक्सीन प्रभाव को लेकर शुरुआती आंकड़ों से लगता है कि वायरस के नए स्वरूप के खिलाफ बूस्टर खुराक शुरुआती दौर में ज्यादा प्रभावी है और करीब 70 से 75 प्रतिशत तक लक्षण वाले संक्रमण में सुरक्षा प्रदान करती है. वायरस के स्वरूप के शुरुआती अध्ययन पर आधारित होने की वजह से सभी आकलनों में अनिश्चितता है."
देश में ओमिक्रोन के 32 मामले
शुक्रवार को महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के सात नए मामले आने के बाद देश में कोरोना के इस नए वेरिएंट के कुल मामले 32 हो गए. महाराष्ट्र में नए 7 मामलों में से 3 मुंबई और 4 पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम में सामने आए हैं. राज्य में कुल ओमिक्रोन के मामले अब 17 पर पहुंच गए हैं.
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