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बसों, ट्रेनों, मंदिरों और रेस्तरां में बम ब्लास्ट की धमकी

Nilmani Pal
6 March 2024 1:39 AM GMT
बसों, ट्रेनों, मंदिरों और रेस्तरां में बम ब्लास्ट की धमकी
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ई-मेल आते सरकार अलर्ट पर

बेंगलुरु। बेंगलुरु में ब्रुकफील्ड इलाके के रामेश्वरम कैफे में हाल ही में हुए ब्लास्ट के बाद कर्नाटक सरकार को बम की धमकी वाला एक ईमेल मिला है. ईमेल में धमकी दी गई है कि शनिवार (9 मार्च) को दोपहर 2:48 बजे बेंगलुरु में एक और विस्फोट होगा. शाहिद खान नाम के व्यक्ति द्वारा भेजे गए ईमेल से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. साइबर क्राइम पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है.

धमकी भरे ईमेल में कहा गया है कि सार्वजनिक स्थान जैसे बसों, ट्रेनों, मंदिरों और रेस्तरां में बम प्लांट कर दिए गए हैं. साथ ही लिखा है कि ब्लास्ट अंबारी उत्सव (कार्निवल) जैसे सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान भी हो सकता है. ईमेल मिलने के बाद पुलिस हरकत में आ गई है. पुलिस ने ऐहतियात बरतते हुए कर्नाटक में सुरक्षा व्यवस्थ कड़ी कर दी है. वाहनों की जांच की जा रही है. पुलिस चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए है. ईमेल में आरोपी ने शहर में बम ब्लास्ट की घटना को रोकने के लिए 2.5 मिलियन डॉलर की फिरौती की मांग की है.

बता दें कि बेंगलुरु में हाई प्रोफाइल ब्रुकफील्ड इलाके में स्थित रामेश्वरम कैफे में 1 मार्च को धमाका हुआ था.यहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं. शायद यही वजह है कि धमाके के लिए इस जगह को चुना गया था. इस धमाके में 10 लोग घायल हुए थे. धमाका होते ही अंदर धुआं भर गया और जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने नजर आए थे. शुरू में लोगों को लगा कि शायद ये सिलिंडर ब्लास्ट है, लेकिन जब पुलिस और NIA की टीम मौके पर पहुंची तो शक की सूई दूसरी ओर घूम गई. इसके बाद केस पूरी तरह NIA को सौंप दिया गया.खुफिया एजेंसियों को शक है कि इस ब्लास्ट केस में जुनैद और सलमान नाम के दो आतंकी शामिल हैं. दोनों इस वक्त अजरबैजान में मौजूद हैं. दोनों की लोकेशन पहले दुबई में मिली थी, लेकिन बाद में वो वहां से फरार हो गए. दोनों लश्कर मॉड्यूल के सदस्य बताए जा रहे हैं.

लश्कर मॉड्यूल की आशंका के मद्देनजर एनआईए की टीम ने मंगलवार तड़के सात राज्यों में एक साथ छापा मारा है. कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु समेत सात राज्यों के 17 ठिकानों की केंद्रीय जांच एजेंसी तलाशी ले रही है. एनआईए की अब तक की जांच से पता चला है कि बेंगलुरु सेंट्रल जेल में बंद लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी टी-नजीर हिंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कैदियों को कट्टरपंथी बना रहा था.

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